Inspector Jende Movie Review: Manoj Bajpayee का दमदार अंदाज़, जिम सर्भ की करिश्माई अदाकारी; लंबाई ने घटाई धार
Manoj Bajpayee की नैचुरल कॉमिक टाइमिंग बनी फिल्म की ताकत

नई दिल्ली, 05 सितंबर 2025
नेटफ्लिक्स पर शुक्रवार को रिलीज़ हुई Inspector Jende इस हफ्ते की चर्चित फिल्मों में शामिल हो गई है। अभिनेता चिन्मय मांडलेकर के निर्देशन में बनी यह फिल्म मशहूर पुलिस अफसर माधुकर जेंडे की जिंदगी पर आधारित है। बतौर निर्देशक यह चिन्मय की पहली फिल्म है, और उन्होंने कहानी को थ्रिल, ड्रामा और हल्की-फुल्की कॉमेडी के मिश्रण के साथ प्रस्तुत करने की कोशिश की है।
माधुकर जेंडे वही पुलिस अधिकारी थे जिन्होंने कुख्यात अपराधी चार्ल्स शोभराज को दो बार गिरफ्तार किया था—पहली बार 1971 में और फिर 1986 में गोवा में, जब वह तिहाड़ जेल से फरार हो गया था। फिल्म में इस अपराधी का नाम बदलकर कार्ल भोजराज रखा गया है, जिसे जिम सर्भ ने निभाया है। वहीं इंस्पेक्टर जेंडे के रूप में मनोज बाजपेयी पूरी तरह छा गए हैं।
कहानी और ट्रीटमेंट
फिल्म की शुरुआत कार्ल भोजराज की आपराधिक गतिविधियों और उसकी करिश्माई शख्सियत से होती है। स्मार्ट, चालाक और लोगों को अपनी बातों में फंसा लेने वाला यह अपराधी कहानी को रोचक बनाता है। इसके बाद एंट्री होती है इंस्पेक्टर जेंडे की, जो सीधे-सादे मगर बेहद दिमागदार पुलिस अफसर हैं। फिल्म का बड़ा हिस्सा दोनों के बीच चालाकी और पीछा करने के खेल पर केंद्रित है, जिसमें कई ट्विस्ट दर्शकों को जोड़े रखते हैं।
फिल्म का सेटअप 70 और 80 के दशक का है और उस दौर की पुलिसिंग और अपराध जगत का माहौल बखूबी उभारा गया है।
Manoj Bajpayee का जादू
Manoj Bajpayee इस किरदार में पूरी तरह ढल गए हैं। उनकी सख्ती के साथ-साथ नैचुरल कॉमिक टाइमिंग फिल्म की सबसे बड़ी ताकत साबित होती है। कई दृश्यों में उनका सहज हास्य दर्शकों के चेहरे पर मुस्कान ले आता है।
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जिम सर्भ की करिश्माई मौजूदगी
कार्ल भोजराज के रूप में जिम सर्भ ने फिल्म में जान डाल दी है। उनका चालाक अंदाज और करिश्माई पर्सनैलिटी हर सीन में असर छोड़ती है। मनोज और जिम की टक्कर ही फिल्म को अलग ऊंचाई पर ले जाती है।
सपोर्टिंग कास्ट
सचिन खेडेकर ने पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी की भूमिका में गहरी छाप छोड़ी। गिरिजा ओक, जेंडे की पत्नी के रूप में, फिल्म को भावनात्मक स्पर्श देती हैं। वहीं भालचंद्र कदम हल्के-फुल्के अंदाज से दर्शकों को कॉमिक राहत देते हैं।
कमजोरियां
फिल्म की सबसे बड़ी कमी इसकी लंबाई है। कुछ दृश्यों की गति इतनी धीमी है कि कहानी बोझिल हो जाती है। एडिटिंग और सटीकता पर अधिक ध्यान दिया जाता तो फिल्म और ज्यादा असरदार बन सकती थी। बैकग्राउंड म्यूजिक भी हर जगह उम्मीद के मुताबिक असर नहीं छोड़ पाता।
Inspector Jende सिर्फ अपराधी और पुलिस अफसर की टक्कर की कहानी नहीं है, बल्कि एक ऐसे ईमानदार अधिकारी की गाथा है, जो अक्सर सुर्खियों से दूर रहा। Manoj Bajpayee की शानदार परफॉर्मेंस और जिम सर्भ की करिश्माई अदाकारी इस फिल्म को खास बनाती है। हालांकि, लंबाई और धीमी रफ्तार दर्शकों के धैर्य की परीक्षा ले सकती है।
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