तेज गर्मी और बढ़ती नमी से डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ा, मरीजों की संख्या में 30% की वृद्धि

खासतौर पर मजदूर वर्ग हो रहा प्रभावित, डॉक्टरों ने दी पानी की कमी से बचने की सलाह
आने वाले दिनों में तापमान रहेगा ऊंचा, ह्यूमिडिटी भी करेगी तकलीफें दोगुनी
गौतमबुद्ध नगर के सरकारी अस्पतालों में इन दिनों डिहाइड्रेशन से पीड़ित मरीजों की संख्या में लगभग 30 प्रतिशत तक का इजाफा देखा जा रहा है। यह समस्या सबसे ज्यादा उन लोगों में देखी जा रही है जो खुले में काम करते हैं, खासकर मजदूर वर्ग, जिन्हें धूप और गर्म हवाओं का सीधा असर झेलना पड़ता है।
मौसम विभाग की चेतावनी: आने वाले दिन और भी कठिन
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, आगामी सप्ताह में तापमान 38 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहेगा। 14 और 15 मई को दिन में तेज हवाएं चलने की संभावना है, जबकि 16 मई को गरज-चमक के साथ बारिश होने की चेतावनी जारी की गई थी। हालांकि 17 से 20 मई तक आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है, लेकिन तापमान में खास राहत नहीं मिलेगी।
बढ़ती नमी बना रही डिहाइड्रेशन को और खतरनाक
मौसम में बढ़ती नमी शरीर से पानी की कमी को और तेज कर रही है। 14 मई को ह्यूमिडिटी 58 प्रतिशत तक पहुंच गई थी, जो 20 मई तक बढ़कर 75 प्रतिशत तक हो सकती है। यह स्थिति गर्मी के प्रभाव को और अधिक गंभीर बना रही है।
डॉक्टरों की चेतावनी: हल्के कपड़े पहनें, खूब पानी पिएं
सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों का कहना है कि इस मौसम में डिहाइड्रेशन के केस सामान्य से कई गुना अधिक देखे जा रहे हैं। अधिकतर मरीज सिर दर्द, चक्कर, अत्यधिक पसीना और कमजोरी जैसी समस्याओं के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बाहर निकलते समय पानी की बोतल साथ रखें, हल्के और ढीले कपड़े पहनें, और सीधे धूप से बचें।
सावधानी ही बचाव: मौसम विभाग की अपील
हालांकि मौसम विभाग ने फिलहाल कोई विशेष चेतावनी जारी नहीं की है, फिर भी बढ़ते तापमान और नमी को देखते हुए आम लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए समय-समय पर पानी पीते रहना और शरीर को ठंडा रखना बेहद जरूरी है।
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