
नई दिल्ली, (न्यूज ऑफ द डे)
राजधानी दिल्ली रविवार शाम भारतीय शास्त्रीय नृत्य की रौनक से झूम उठी। वसंत उद्यान, वसंत विहार में पुरातत्व विभाग, दिल्ली सरकार द्वारा आयोजित ‘शाश्वत नर्तन: सेलिब्रेशन ऑफ मूवमेंट्स’ ने दर्शकों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से रूबरू कराया।
यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर सेवा पखवाड़ा के तहत हुआ, जिसमें देशभर से आए 75 से अधिक नामी और युवा कलाकारों ने 8 शास्त्रीय नृत्य शैलियों—कुचिपुड़ी, ओडिसी, भरतनाट्यम, मोहिनीयट्टम, कथक, कथकली, छऊ और मणिपुरी—का मनमोहक प्रदर्शन किया।
मुख्य अतिथि कला, संस्कृति एवं भाषा मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा, “ऐसे आयोजन भारत की जीवंत परंपराओं को एक मंच पर लाते हैं। यह शुरुआत है, आगे हम इन्हें शहर के अलग-अलग हिस्सों तक ले जाएंगे।”
शंभवी ने जीता दिल

इस मंच पर संस्कृति स्कूल, दिल्ली की कक्षा 12 की छात्रा और प्रसिद्ध गुरु राजा राधा रेड्डी समूह की सदस्य शंभवी शर्मा सबसे कम उम्र की कलाकार के रूप में छा गईं। उनके कुचिपुड़ी तरंगम प्रस्तुति को खूब सराहना मिली।
शंभवी का ‘नृत्यामृत’ अभियान शास्त्रीय नृत्य को थेरेपी और सामाजिक सेवा से जोड़ता है। उन्होंने कहा, “नृत्य केवल मूवमेंट नहीं, बल्कि समाज में बदलाव की मूवमेंट भी है।” बिहार के पश्चिम चंपारण में ग्रामीण चुनौतियों को देखकर प्रेरित हुईं शंभवी ने मंच से सेवा और संस्कृति के मेल को एक नई दिशा दी।
सांस्कृतिक संगम की झलक
मधवी मुद्गल (ओडिसी), सिंधु मिश्रा (भरतनाट्यम), जया प्रभा मेनन (मोहिनीयट्टम), रानी खानम (कथक), इंटरनेशनल कथकली सेंटर, रामहरि मोहंता (छऊ) और थियम श्याम सिंह (मणिपुरी) जैसे दिग्गज कलाकारों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।