पीएम मोदी ने भूटान से व्यक्त किया शोक, कहा — दोषियों को मिलेगी सख्त सज़ा. एनआईए और दिल्ली पुलिस ने यूएपीए व विस्फोटक अधिनियम के तहत दर्ज किया मामला
दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास सोमवार शाम हुए भीषण धमाके ने पूरे देश को झकझोर दिया। यह धमाका लाल किला मेट्रो स्टेशन गेट नंबर 1 के पास शाम करीब 7 बजे हुआ, जब एक सफेद हुंडई i20 कार अचानक विस्फोट से धधक उठी। धमाके में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाके की आवाज़ इतनी तेज़ थी कि आसपास के इलाके में अफरातफरी मच गई। कई दुकानों के शीशे चकनाचूर हो गए, गाड़ियां जलने लगीं और लोग जान बचाने के लिए भागने लगे। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीमों ने आग पर काबू पाया, जबकि पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया और देर रात तक बचाव कार्य चलता रहा।
भूटान से पीएम मोदी का सख्त संदेश
भूटान दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धमाके की कड़ी निंदा की और कहा कि “इस अमानवीय कृत्य के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “निर्दोष लोगों की मौत से मन व्यथित है। मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। दोषियों को कड़ी सज़ा दिलाने में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।”
प्रधानमंत्री ने बताया कि वे लगातार सुरक्षा एजेंसियों के संपर्क में हैं और जांच में हर पहलू पर गौर किया जा रहा है। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई और कहा कि “पूरे देश की प्रार्थनाएं दिल्ली के साथ हैं।”
यूएपीए के तहत मामला दर्ज, एनआईए की एंट्री
गृह मंत्रालय के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम — UAPA और विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
एनआईए, फॉरेंसिक टीम और खुफिया एजेंसियों की संयुक्त जांच शुरू हो चुकी है। प्रारंभिक जांच में सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि धमाके से कुछ मिनट पहले एक नकाबपोश व्यक्ति कार को पार्क कर वहां से चला गया था।
कार की नंबर प्लेट जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में पंजीकृत पाई गई है, जिससे आतंकी साजिश की आशंका और गहरी हो गई है। एजेंसियां यह भी जांच रही हैं कि क्या इसका संबंध किसी ज्ञात आतंकी संगठन या स्थानीय नेटवर्क से है।
फॉरेंसिक टीम की पड़ताल
एफएसएल (Forensic Science Laboratory) की टीम ने घटनास्थल से सबूत जुटाए हैं। शुरुआती रिपोर्ट में हाई-इंटेंसिटी विस्फोटक के इस्तेमाल के संकेत मिले हैं। अधिकारियों का कहना है कि कार और आसपास के ढांचे को हुआ नुकसान यह दर्शाता है कि धमाका अत्यधिक शक्तिशाली था।
हालांकि जांच अधिकारी सभी संभावनाओं को खुला रखे हुए हैं — चाहे वह आतंकी हमला हो, तकनीकी खराबी या जानबूझकर की गई तोड़फोड़। दिल्ली पुलिस आयुक्त ने कहा, “हर सुराग की जांच हो रही है। दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।”
देशभर में सुरक्षा अलर्ट
दिल्ली धमाके के बाद देश के सभी प्रमुख शहरों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। मेट्रो स्टेशन, हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन और भीड़भाड़ वाले बाज़ारों में अतिरिक्त चेकिंग शुरू कर दी गई है।
लाल किला मेट्रो स्टेशन को कुछ घंटों के लिए बंद रखा गया, जबकि आसपास के इलाकों में बम स्क्वॉड और स्निफर डॉग्स को तैनात किया गया।
स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की है।
राष्ट्रीय धरोहर के पास धमाका — सुरक्षा पर उठे सवाल
भारत की राष्ट्रीय पहचान से जुड़ा लाल किला, जहां हर वर्ष प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर भाषण देते हैं, इस विस्फोट के बाद सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर आ गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी सख्त निगरानी वाले क्षेत्र में इस तरह का धमाका होना सुरक्षा तंत्र की गंभीर चूक है।
रक्षा विश्लेषकों ने केंद्र से खुफिया एजेंसियों और स्थानीय पुलिस के बीच बेहतर समन्वय की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसे हमले रोके जा सकें।
राष्ट्र एकजुट, न्याय की मांग तेज़
इस हादसे के बाद पूरे देश में शोक और आक्रोश का माहौल है।
सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और तेज़ और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
कई सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने घायलों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
देश अब एक स्वर में यही कह रहा है —
“लाल किला धमाके के गुनहगारों को सज़ा मिले, भारत की शांति से खिलवाड़ करने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा।”
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