नई दिल्ली।
बर्लिन में चल रहे स्पेशल ओलंपिक विश्व गेम्स में भारत की ओर से पॉवर लिफ्टिंग में टी विशाल ने पहला मेडल जीत भारत का खाता खोल दिया है। भारत की ओर से पुडुचेरी के 16 वर्षीय खिलाड़ी ने पुरुषों के स्क्वाट (122.50 किग्रा), डेडलिफ्ट (155 किग्रा), बेंच प्रेस (85 किग्रा) में वजन उठाते हुए यह सिल्वर मेडल हासिल किया।
विशाल ने माता-पिता के प्रेरित करने के बाद पढ़ाई और खेलकूद में से अपने लिए खेल को चुना। विशाल ने पैरालंपिक खेलों से प्रेरित होकर अपने मां-बाप की मदद से कोच चुना। इसके बाद उनके पिता को स्पेशल ओलंपिक भारत के बारे में पता चला और उन्होंने स्थानीय कोच और निदेशक की मदद से विशाल को इसमें शामिल करने के बारे में चर्चा की। इसके चलते उन्होंने स्पेशल ओलंपिक में भाग लिया और अब उनके गले में सिल्वर मेडल है।
विभिन्न खेलों के फाइनल में भारतीय
इसके अलावा कई भारतीयों ने अभी विभिन्न खेलों में फाइनल के लिए क्वालीफाई किया है। ट्रैक पर 800 मीटर धावक आसिफ मलानूर (लेवल बी), सोहम राजपूत (लेवल सी) और गीतांजलि नागवेकर (लेवल डी) अपने इवेंट के फाइनल में पहुंचे जबकि लिबिन मल्लिका राजकुमार (लेवल बी) 200 मीटर में फाइनल में पहुंची हैं। पुरुषों की 4×400 मीटर टीम ने भी फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
स्विमिंग में भारत के 6 फाइनलिस्ट
स्विमिंग सेमीफाइनल के 11 में से 6 ने फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। पुरुषों में माधव मदान (25 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक लेवल ए और 25 मीटर फ्रीस्टाइल लेवल ए), दिनेश शनमुगम (50 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक लेवल बी, 25 मीटर फ्रीस्टाइल लेवल ए), अब्दुल रहमान (50 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक लेवल बी, 25 मीटर फ्रीस्टाइल लेवल ए) ) और टीनू मोंसी (25 मीटर फ़्रीस्टाइल लेवल ए) ने फाइनल में जगह बनाई। जबकि महिला वर्ग में प्रार्थना (25 मीटर फ्रीस्टाइल लेवल ए) और अलीना एंथनी (50 मीटर फ्रीस्टाइल लेवल बी) के पास फाइनल में मेडल जीतने का मौका है।
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