नई दिल्ली।
पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली इस समय क्रिकेट से दूर अपने परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) और उसके ठीक बाद खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के बाद कोहली को एक महीने का ब्रेक मिला है। इस आराम के बाद कोहली को वेस्टइंडीज दौरे पर जाना है। इसी बीच भारतीय टीम से बाहर चल रहे स्टार गेंदबाज ईशांत शर्मा ने कोहली को लेकर कुछ खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि कोहली अब मंदिर क्यों ज्यादा जाने लगे हैं? हाल ही में कोहली को कई बार मंदिरों में जाते देखा गया है वो अपनी पत्नी और बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा के साथ उज्जैन के महाकाल मंदिर पहुंचे थे। साथ ही विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने वृंदावन भी पहुंचकर मंदिर में दर्शन किए थे। दोनों अचानक हित प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज के आश्रम भी पहुंचे और वहां उन्होंने प्रवचन सुनने के साथ महाराज जी से आशीर्वाद भी लिया था साथ ही विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने वृंदावन भी पहुंचकर मंदिर में दर्शन किए थे। कोहली और अनुष्का नीम करौली बाबा के आश्रम भी पहुंचे थे।
अनुष्का के आने के बाद बदले कोहली
ईशांत ने एक पोडकास्ट से कहा, ‘मैंने विराट कोहली के जीवन के सभी फेज देखे हैं। वो फेज भी देखा है, जब वो धार्मिक नहीं था। अनुष्का शर्मा उनके जीवन में बहुत शांति लेकर आई हैं। अब हम बहुत सारी आध्यात्मिकता के बारे में बात करते हैं और अब कोहली मंदिरों में जाने लगे हैं। पोडकास्ट में ईशांत से पूछा गया कि पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मस्ती-मजाक कैसे करते हैं? इस पर ईशांत ने कहा कि उनके रूम की फीलिंग बिल्कुल गांव की तरह ही होती है। वहां सिर्फ पेड़ों की कमी होती है।
पिता का निधन फिर भी मैदान पर
ईशांत शर्मा ने कोहली को लेकर कहा कि मैंने उन्हें कभी रोते नहीं देखा, लेकिन मैं जानता हूं कि जब उनके पिता का निधन हुआ तो वह सबसे ज्यादा दुखी थे। हम कर्नाटक के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच खेल रहे थे। तब कोहली दिन का खेल खत्म होने के बाद नाबाद लौटा था और उन्हें अगले दिन बल्लेबाजी करनी थी। विराट हमेशा मैच के लिए मुझे पिक करने आते थे। भारतीय तेज गेंदबाज ने कहा कि हम पटेल नगर से फिरोज शाह कोटला जाते थे। उस दिन वो बहुत गंभीर थे और उनके साथ एक वीडियो एनालिस्ट भी था। ईशांत ने आगे कहा, ‘मैंने उससे पूछा कि वह इतना गंभीर क्यों है? पर उसने कोई जवाब नहीं दिया। मैंने उसके सिर पर एक हल्की थपकी दी, तब दूसरे व्यक्ति ने मुझे बताया कि उसके पिता का निधन हो गया है। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या कहूं, उन्होंने फिर भी बल्लेबाजी की और 80 रन बनाए। अगर मेरे साथ ऐसा कुछ हुआ होता तो मुझे नहीं लगता कि मैं मैदान पर भी जा पाता