अहिंसा, सत्य और करुणा के संदेश को बताया वैश्विक प्रेरणा; प्राकृत भाषा को शास्त्रीय दर्जा देने का किया उल्लेख
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज महावीर जयंती के पावन अवसर पर भगवान महावीर को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान महावीर ने सदैव अहिंसा, सत्य और करुणा का संदेश दिया, जो आज भी दुनिया भर के असंख्य लोगों को प्रेरणा और संबल प्रदान करता है।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर यह भी उल्लेख किया कि पिछले वर्ष सरकार ने प्राकृत भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्रदान किया था, जिसे व्यापक सराहना मिली।
जैन समुदाय के योगदान की सराहना
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने संदेश में लिखा:
“हम सभी भगवान महावीर को नमन करते हैं, जिन्होंने सदैव अहिंसा, सत्य और करुणा को अपने जीवन और उपदेशों में प्राथमिकता दी। उनके आदर्श आज भी विश्वभर के असंख्य लोगों को शक्ति और दिशा देते हैं।
जैन समुदाय ने भगवान महावीर के उपदेशों को सुंदर रूप से संरक्षित और प्रचारित किया है। उनकी प्रेरणा से जैन समाज के लोग विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त कर समाज कल्याण में अपना योगदान दे रहे हैं।
हमारी सरकार सदैव भगवान महावीर के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए समर्पित रहेगी। पिछले वर्ष हमने प्राकृत भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया, और इस निर्णय को काफी सराहना मिली।”
महावीर जयंती पर शांति और सद्भावना का संदेश
प्रधानमंत्री के इस संदेश ने देशवासियों को महावीर जयंती के अवसर पर अहिंसा, सहिष्णुता और सामाजिक सौहार्द का संदेश दिया। उनका यह वक्तव्य भगवान महावीर के सिद्धांतों को आत्मसात कर एक समरस समाज की दिशा में बढ़ने की प्रेरणा देता है।
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