Meerut जिले के सरूरपुर थाना क्षेत्र स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में गुरुवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब कक्षा 7 में पढ़ने वाली तीन छात्राएं संदिग्ध हालात में लापता हो गईं। छात्राओं के गायब होने की सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। देर रात मेरठ के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक खुद मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की।
विद्यालय प्रशासन की लापरवाही ने बढ़ाई परेशानी
आरोप है कि छात्राओं के लापता होने की जानकारी मिलने के बावजूद विद्यालय प्रशासन ने देर शाम तक इस मामले को छुपाए रखा। जब एबीएसए (ABSA) को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने तत्काल उच्च अधिकारियों को सूचित किया। इसके बाद प्रशासन और पुलिस सक्रिय हुए।
कौन-कौन छात्राएं लापता?
जानकारी के अनुसार लापता छात्राओं में दो मेरठ शहर से और एक सरधना क्षेत्र से है। विद्यालय प्रशासन ने पहले खुद उन्हें ढूंढ़ने की कोशिश की, लेकिन सफलता न मिलने पर मामला जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) तक पहुंचाया गया। फिर पुलिस को सूचित किया गया, और देर रात छात्राओं के परिजनों को भी इस घटना की जानकारी दी गई।
सुरक्षा में बड़ी चूक: सीसीटीवी बंद और टूटी दीवार
जांच के दौरान पता चला कि विद्यालय परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे। बीएसए ने देर रात कैमरे चालू करवाए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इसके अलावा, परिसर के पीछे की दीवार टूटी हुई मिली, जिससे आशंका है कि छात्राएं उसी रास्ते से बाहर निकली हों।
परिजनों का आरोप: विद्यालय में बाहरी लोगों का आना-जाना
लापता छात्राओं के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि उनकी बेटियां पहले भी विद्यालय परिसर में अजनबी लोगों के आने-जाने की बात कह चुकी थीं। इन आरोपों ने विद्यालय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सौरभ हत्याकांड के बाद मेरठ फिर सुर्खियों में
गौरतलब है कि हाल ही में मेरठ का सौरभ राजपूत हत्याकांड भी चर्चाओं में रहा, जिसमें उसकी पत्नी मुस्कान और एक युवक साहिल की गिरफ्तारी हुई थी। अब छात्राओं की इस रहस्यमयी गुमशुदगी ने जिले की कानून-व्यवस्था पर और भी सवालिया निशान लगा दिए हैं।
प्रशासन ने जांच तेज कर दी है और अधिकारियों की टीम लगातार मौके पर मौजूद है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही छात्राओं का पता लगा लिया जाएगा।
ये भी पढ़ें :- महिलाएं नहीं करना चाहतीं शादी, आखिर क्या है वजह?
[…] ये भी पढ़ें: Meerut में फिर हड़कंप: कस्तूरबा … […]