दिल्ली स्थित MERI कॉलेज ने थाईलैंड की SIAM यूनिवर्सिटी के सहयोग से “ग्लोबल एक्सचेंज: संवाद” कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शिक्षा सहयोग को बढ़ावा देना और छात्रों व शिक्षकों को वैश्विक परिप्रेक्ष्य से अवगत कराना था। यह कार्यक्रम दोनों संस्थानों के बीच छात्र विनिमय कार्यक्रम (स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम) के तहत आयोजित किया गया।
उद्घाटन और विशिष्ट अतिथियों का स्वागत
कार्यक्रम में SIAM यूनिवर्सिटी, थाईलैंड के अध्यक्ष, डॉ. पोनचाई मोंगखोनवनित, उपाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) चनिता रुक्सपोलमुंग, अंतरराष्ट्रीय मामलों की निदेशक डॉ. यिंग सावेनी, MERI के उपाध्यक्ष प्रो. ललित अग्रवाल, सलाहकार डॉ. राकेश खुराना, अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के प्रमुख डॉ. रमाकांत द्विवेदी, डीन डॉ. दीप्तिशिखा कालरा, विभिन्न विभागों के प्रमुख और संकाय सदस्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत MERI के सलाहकार डॉ. राकेश खुराना द्वारा SIAM यूनिवर्सिटी के अतिथियों के स्वागत के साथ हुई।
अंतरराष्ट्रीय शिक्षा का महत्व और वैश्विक परिप्रेक्ष्य
SIAM यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष डॉ. पोनचाई मोंगखोनवनित ने उच्च शिक्षा में वैश्विक सहयोग की भूमिका और बदलते शैक्षिक परिदृश्य पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय साझेदारी से छात्रों और शिक्षकों को नई शैक्षणिक संभावनाओं से जोड़ने में सहायता मिलती है।
प्रो. (डॉ.) चनिता रुक्सपोलमुंग ने सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के अनुरूप “ट्रायंगल ऑफ लिविंग लर्निंग लैब” (SU-LLL) की अवधारणा को समझाया, जो विश्वविद्यालयों, शैक्षिक कार्यक्रमों और सीखने के पारिस्थितिकी तंत्र को आपस में जोड़ता है।
SIAM यूनिवर्सिटी के वैश्विक अवसरों की जानकारी
अंतरराष्ट्रीय मामलों की निदेशक डॉ. यिंग सावेनी ने SIAM यूनिवर्सिटी के अकादमिक कार्यक्रमों, शोध अवसरों और अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान किए जाने वाले वैश्विक अवसरों से अवगत कराया और बताया कि वे इनका लाभ कैसे उठा सकते हैं।
छात्रों की भागीदारी और संवाद सत्र
कार्यक्रम का सबसे रोचक भाग संवाद सत्र था, जिसमें BBA, MBA, BAJMC, BCA और B.Com के छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस सत्र में डॉ. यिंग सावेनी ने छात्रों के सवालों के जवाब दिए, जो अंतरराष्ट्रीय शिक्षा, करियर के अवसरों और बहुसांस्कृतिक शिक्षा से जुड़े थे।
इसके अलावा, एक क्विज प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें विजयी छात्रों को पुरस्कृत किया गया। इस संवाद के माध्यम से छात्रों ने वैश्विक शिक्षा प्रणाली, सतत विकास आधारित शिक्षण मॉडल, उद्यमिता व नवाचार की भूमिका और उच्च शिक्षा में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व को समझा।
कार्यक्रम का समापन और धन्यवाद ज्ञापन
अंत में डॉ. दीप्तिशिखा कालरा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और SIAM यूनिवर्सिटी के अतिथियों को उनके बहुमूल्य विचारों के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने MERI के संकाय सदस्यों, विभागाध्यक्षों और छात्रों की सक्रिय भागीदारी की भी सराहना की।
“ग्लोबल एक्सचेंज: संवाद” कार्यक्रम MERI कॉलेज के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित हुआ, जिसने अंतरराष्ट्रीय अकादमिक साझेदारी को मजबूत करने और छात्रों को वैश्विक अवसरों के लिए तैयार करने की दिशा में एक प्रभावशाली कदम रखा।
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