“शोध में एआई टूल्स और तकनीकों का उपयोग” विषय पर अंतर्राष्ट्रीय संकाय विकास कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न
नई दिल्ली, मैनेजमेंट एजुकेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (MERI), दिल्ली ने अपनी आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) के तहत 22 से 28 फरवरी 2025 तक “शोध में एआई टूल्स और तकनीकों का उपयोग” विषय पर एक अंतर्राष्ट्रीय संकाय विकास कार्यक्रम (FDP) का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से लैस करना और इसे उनके शोध व शिक्षण पद्धतियों में प्रभावी रूप से एकीकृत करना था।
तकनीकी विशेषज्ञों की भागीदारी और विचार-विमर्श
कार्यक्रम का उद्घाटन प्रसिद्ध शिक्षाविद् प्रो. भारत भार्गव (पर्ड्यू यूनिवर्सिटी, अमेरिका) ने किया, जिन्होंने एआई के शैक्षणिक क्षेत्र में प्रभाव और इसकी संभावनाओं पर अपने विचार साझा किए। अन्य गणमान्य अतिथियों में श्री आई. पी. अग्रवाल (अध्यक्ष, MERI ग्रुप), प्रो. ललित अग्रवाल (उपाध्यक्ष), डॉ. राकेश खुराना (सलाहकार), और डॉ. दीप्तिशिखा कालरा (डीन) शामिल थे। उद्घाटन सत्र के दौरान, प्रो. ललित अग्रवाल ने शिक्षा जगत में तकनीकी नवाचारों के महत्व को रेखांकित किया, जबकि प्रो. भार्गव ने एआई की भूमिका को विस्तार से समझाते हुए इसके प्रशासनिक और शैक्षणिक उपयोगों पर प्रकाश डाला।
एआई और शिक्षण विधियों पर विशेषज्ञ सत्र
एफडीपी के दौरान विभिन्न विषयों पर कई विशेषज्ञों ने ज्ञान साझा किया:
- डॉ. अमोघ सिरनूरकर (पर्ड्यू यूनिवर्सिटी) ने एआई-आधारित शिक्षण पद्धतियों पर व्याख्यान दिया।
- डॉ. सीमा मलिक (बीपीएस महिला विश्वविद्यालय) ने ORANGE सॉफ्टवेयर के माध्यम से गुणात्मक शोध विश्लेषण की प्रक्रिया समझाई।
- श्री अमित बत्रा ने पावर बीआई के उपयोग से डेटा विज़ुअलाइज़ेशन पर एक व्यावहारिक कार्यशाला आयोजित की।
- डॉ. गगनदीप कौर ने समापन सत्र में आधुनिक शोध पद्धतियों से जुड़ी चुनौतियों और उनके समाधान पर चर्चा की।
भविष्य की योजनाएँ
यह एफडीपी शिक्षकों के लिए एक ज्ञानवर्धक और सहयोगात्मक मंच साबित हुआ, जिसने उन्हें एआई-आधारित शोध उपकरणों के व्यावहारिक उपयोग से अवगत कराया। MERI भविष्य में भी ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा, ताकि शिक्षक तकनीकी नवाचारों के साथ आगे बढ़ सकें और छात्रों को एक उन्नत शिक्षण अनुभव प्रदान कर सकें।
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