
नई दिल्ली, (न्यूज ऑफ द डे)
एमईआरआई ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के वाइस-प्रेसिडेंट प्रो. ललित अग्रवाल और एमईआरआई सेंटर फॉर इंटरनेशनल स्टडीज (सीआईएस) के प्रमुख प्रो. (डॉ.) रमाकांत द्विवेदी ने 13 जनवरी 2025 को भारत में तुर्कमेनिस्तान के राजदूत महामहिम श्री शालर गेल्डिनजारोव से नई दिल्ली में मुलाकात की। यह बैठक भारत और तुर्कमेनिस्तान के बीच शिक्षा में सहयोग को बढ़ावा देने पर केंद्रित रही।
प्रो. द्विवेदी ने शिक्षा के क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) की भूमिका पर चर्चा करते हुए एमईआरआई ग्रुप के उद्योग-उन्मुख पाठ्यक्रम की विशेषताओं को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि एमईआरआई ग्रुप साइबर सुरक्षा, डेटा विज्ञान, मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में छात्रों को प्रशिक्षित करता है। ये कार्यक्रम वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी पेशेवर तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
बैठक में भारत-मध्य एशिया फाउंडेशन (ICAF) और तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्रालय के बीच चल रहे संयुक्त अध्ययन पर भी चर्चा की गई। यह अध्ययन भारत-तुर्कमेनिस्तान के बीच द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य आर्थिक, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, और सांस्कृतिक सहयोग के लिए नए अवसरों का आकलन करना है। अध्ययन का प्रकाशन छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए उपयोगी होगा, जो दोनों देशों के दृष्टिकोण और नीति विकल्पों पर जानकारी प्रदान करेगा।
प्रो. अग्रवाल ने बताया कि MERI CIS अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ भारत के संबंधों को गहरा करने का प्रयास कर रहा है। केंद्र ने वैश्विक स्तर पर प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों और विद्वानों के साथ मजबूत संपर्क स्थापित किए हैं। यह केंद्र अंतरराष्ट्रीय संबंधों और व्यापार अध्ययन में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।
महामहिम श्री शालर गेल्डिनजारोव ने भारत और तुर्कमेनिस्तान के बीच शिक्षा के क्षेत्र में MERI ग्रुप और ICAF की पहल की सराहना की। उन्होंने इस सहयोग को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
बैठक के अंत में प्रो. ललित अग्रवाल ने राजदूत को एक शॉल और गुलदस्ता भेंट कर उनका सम्मान किया। दोनों पक्षों ने शिक्षा के क्षेत्र में दीर्घकालिक सहयोग और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।