भोपाल: स्थानीय शूटर आशी चौकसे ने 67वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में इतिहास रचते हुए महिला 50 मीटर राइफल 3 पोजीशंस (3पी) में अपना पहला राष्ट्रीय खिताब जीता। फाइनल में आशी ने दो बार की ओलंपियन और पंजाब की अनुभवी निशानेबाज अंजुम मौदगिल को हराकर 466.7 अंकों के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। यह स्कोर अंजुम से 3.1 अंक अधिक था।
महाराष्ट्र की युवा निशानेबाज साक्षी सुनील पडेकर ने 451.3 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता। उन्होंने जूनियर महिला 3पी में भी रजत पदक हासिल करते हुए अपनी शानदार फॉर्म का प्रदर्शन किया।
क्वालीफिकेशन और फाइनल का रोमांच
क्वालीफिकेशन में आशी ने 590 अंकों के साथ तीसरा स्थान प्राप्त किया और फाइनल में प्रवेश किया। महाराष्ट्र की भक्ति भास्कर खामकर ने 592 अंकों के साथ शीर्ष स्थान पर रहते हुए क्वालीफाई किया, जबकि अंजुम ने 590 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।
फाइनल में आशी का प्रदर्शन बेहतरीन रहा। पहले कनीलिंग पोजीशन के बाद ही उन्होंने अंजुम पर 2.3 अंकों की बढ़त बना ली। यह बढ़त प्रोन पोजीशन और स्टैंडिंग पोजीशन में भी बरकरार रही। अंत में आशी ने पूरे आत्मविश्वास के साथ मैच अपने नाम कर लिया।
जूनियर महिला 3पी का जलवा
जूनियर महिला 3पी में कर्नाटक की अनुपष्का एच ठोकुर ने 460.5 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता। साक्षी ने 456.3 अंकों के साथ रजत पदक अपने नाम किया, जबकि हरियाणा की निशचल ने 443.9 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता।
टीम इवेंट्स में भी प्रदर्शन जारी
अंजुम मौदगिल और साक्षी पडेकर ने सीनियर और जूनियर टीम इवेंट्स में भी स्वर्ण पदक जीते। अंजुम ने ओलंपियन सिफ्त कौर समरा और वंशिका साहि के साथ टीम इवेंट में 1766 अंकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया।
इस प्रदर्शन के साथ आशी चौकसे ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए भारतीय शूटिंग जगत में एक नई पहचान बनाई।
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