11 श्रेणियों में अटल इंटरनेशनल अवॉर्ड, 21 श्रेणियों में अटल भूषण पुरस्कार और 29 श्रेणियों में अटल गौरव सम्मान प्रदान किए गए
प्रधानमंत्री संग्रहालय, नई दिल्ली में अटल फाउंडेशन द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में “अटल सम्मान समारोह 2024” का आयोजन किया गया। इस भव्य समारोह में उन व्यक्तियों और संस्थानों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने समाज और देश के लिए विशिष्ट योगदान दिया है। समारोह में कुल 35 लोगों को विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया।
इस आयोजन में कई प्रतिष्ठित अतिथियों की उपस्थिति रही, जिनमें पूर्व राज्यसभा सांसद स. नारायण जाटिया, एलवीएफ के अध्यक्ष डॉ. अशोक अग्रवाल, सांसद और रेड क्रॉस सोसाइटी के उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना, महामंडलेश्वर डॉ. एसी राजेश ओझा, और उत्तर प्रदेश के सफीपुर से विधायक बी.एल. दिवाकर प्रमुख थे। इन अतिथियों ने समारोह की गरिमा को और बढ़ाया।
सम्मानित व्यक्तित्व और श्रेणियां
इस वर्ष अटल गौरव सम्मान 29 श्रेणियों में प्रदान किया गया। प्रमुख सम्मानितों में:
- पंकज मोर्या (पूर्वी उत्तर प्रदेश): पालक देखभाल में उत्कृष्ट योगदान।
- आयन सरकार (त्रिपुरा): जैविक कृषि में नवाचार।
- मदनलाल (गुजरात): रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका।
- गौरव मित्तल (पश्चिमी उत्तर प्रदेश): सामाजिक कार्यों में सराहनीय योगदान।
अटल इंटरनेशनल अवॉर्ड 11 श्रेणियों में वितरित किए गए। इनमें शामिल हैं:
- डॉ. निशी भट्ट (यूके): मस्तिष्क आघात उपचार में विशेषज्ञता।
- अस्वनी गुरुजी (रूस): भारतीय शास्त्रीय संस्कृति और नृत्य का प्रसार।
- श्रीमती मंजी शर्मा (जयपुर): श्रेष्ठ राजनीतिज्ञ।
- अमित रामचंदानी (पंजाब): पूंजी बाजार में उत्कृष्ट कार्य।
अटल भूषण पुरस्कार 21 श्रेणियों में प्रदान किया गया। प्रमुख प्राप्तकर्ता:
- मोनिका मिगलानी (दिल्ली): शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण में अभूतपूर्व योगदान।
- कैस्पर जेम्स (अंडमान): आदिवासी समाज के उत्थान के लिए कार्य।
- अर्पिता शाह (अहमदाबाद): सामाजिक सेवाओं में सराहनीय कार्य।
फाउंडेशन की उपलब्धियां और नेतृत्व
इस अवसर पर, अटल फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती अपर्णा सिंह को भी विशेष सम्मान से नवाजा गया। उनके नेतृत्व में फाउंडेशन ने भारत के 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अपनी सेवाएं सफलतापूर्वक विस्तारित की हैं। उनके प्रयासों से दूरस्थ क्षेत्रों में सरकारी नीतियों के प्रति जागरूकता और सामाजिक सेवाएं उपलब्ध कराई गईं।
यह आयोजन अटल जी के सिद्धांतों और समाज सेवा के मूल्यों को जीवंत रखने का एक प्रेरणादायक प्रयास था।