नई दिल्ली, (न्यूज ऑफ द डे)
ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट विजय कुमार ने कहा कि 67वीं नेशनल शूटिंग चैम्पियनशिप प्रतियोगिता शायद उनकी आखिरी प्रतिस्पर्धात्मक नेशनल चैम्पियनशिप होगी, जो उनके दो दशकों से अधिक समय के इस प्रतियोगिता से जुड़ाव का समापन करेगी।
2012 लंदन ओलंपिक मेडल विजेता विजय कुमार ने कहा, “यह मेरी 23वीं नेशनल चैम्पियनशिप है और शायद मेरी आखिरी प्रतिस्पर्धात्मक चैम्पियनशिप होगी, क्योंकि मैं कोचिंग की ओर रुख करने का सोच रहा हूं। ”
विजय पहले से ही निजी कोचिंग कर रहे हैं और भारतीय सेना में कई शूटर्स को मार्गदर्शन दे चुके हैं। अपने भविष्य के योजनाओं के बारे में उन्होंने कहा, “मैं युवा पीढ़ी को मार्गदर्शन और प्रेरित करना चाहता हूं। मेरा लक्ष्य यह है कि जो ज्ञान और अनुभव मैंने वर्षों में प्राप्त किया है, उसे उनके साथ साझा करूं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने, प्रतिस्पर्धी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने और अंततः हमारे देश का गर्व बढ़ाने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने में मदद करूं।”
वह कहते हैं, “बिलकुल, मुझे हमारी प्रगति पर गर्व महसूस होता है। हम एक बड़ी चेन का हिस्सा हैं, मुझसे पहले खिलाड़ी थे जिन्होंने नींव रखी और हमने अपना योगदान दिया है और अब वर्तमान पीढ़ी के शूटर इस प्रगति को आगे ले जा रहे हैं। अगर हम पीछे मुड़कर देखें तो पहले लगभग 400-500 प्रतिभागी थे, लेकिन अब हमारे पास 13,000 से अधिक प्रतिभागी हैं, जो कि एक रिकॉर्ड है। यह संख्या में वृद्धि इस बात को दर्शाती है कि अब और अधिक प्रतिभाशाली लोग उभर रहे हैं और मुझे विश्वास है कि इसके परिणाम हमारे देश के लिए ओलंपिक में और अधिक पदक आने की उम्मीद बढ़ी है। साथ ही सरकार और संघों द्वारा समर्थित बुनियादी ढांचे में सुधार भी योगदान दे रहा है। यह विकास हमारे वैश्विक मंच पर और अधिक सफलता प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।”
बता दें कि 67वीं नेशनल शूटिंग प्रतियोगिता में कुल 40 टीमें भाग लेंगी, जिनमें लगभग सभी राज्य और संघ शासित प्रदेशों के साथ-साथ भारतीय सशस्त्र बलों और सार्वजनिक संस्थाओं जैसे ONGCऔर रेलवे का प्रतिनिधित्व करने वाली टीमें भी शामिल होंगी। देश के सभी शीर्ष शूटर इस नेशनल प्रतियोगिता में भाग लेंगे, जिनके अंक 2025 अंतरराष्ट्रीय सत्र के लिए भारतीय टीम की घोषणा करते समय गणना में शामिल होंगे।