नई दिल्ली, (न्यूज ऑफ द डे)
वैश्विक शांति दूत और राजनीतिक नेता डॉ. के.ए. पॉल ने आज नई दिल्ली स्थित आंध्र प्रदेश भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस पार्टी पर कड़ा प्रहार किया। इस अवसर पर, उन्होंने तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए वादों के असफल होने और उसकी नीतियों की विफलता को उजागर किया।
डॉ. पॉल ने कांग्रेस पार्टी द्वारा तेलंगाना में किए गए छह प्रमुख वादों को पूरा न करने पर चिंता व्यक्त की और इसके लिए पार्टी के नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने इस विफलता को लेकर गंभीर सवाल उठाए:
- बढ़ता हुआ कर्ज: डॉ. पॉल ने कहा, “तेलंगाना पहले ₹7 लाख करोड़ के कर्ज में था, लेकिन कांग्रेस ने इसे और बढ़ा दिया। महज एक साल में इस कर्ज में ₹1 लाख करोड़ का और इजाफा कर दिया गया।”
- बेरोजगारी संकट: डॉ. पॉल ने कहा “कांग्रेस पार्टी ने रोजगार के बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन इन वादों को पूरा करने में वे पूरी तरह से नाकाम रहे। लाखों लोग बेरोजगारी का शिकार हैं, और अब तक इसका कोई हल नहीं निकल पाया”।
- किसानों की अनदेखी : डॉ. पॉल ने कांग्रेस की किसान विरोधी नीतियों की आलोचना करते हुए कहा, “किसानों की समस्याओं को अनदेखा किया गया और कृषि क्षेत्र में कोई वास्तविक सुधार नहीं हुआ।”
डॉ. पॉल ने देश की जीडीपी के संदर्भ में कांग्रेस की 54 साल की शासनकाल की विफलता को भी उजागर किया। उन्होंने भारत की $3 ट्रिलियन की जीडीपी और चीन की $21 ट्रिलियन की जीडीपी की तुलना करते हुए कहा, “यह अंतर कांग्रेस की नाकाम नीतियों का नतीजा है।”
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कांग्रेस की जातिवादी नीतियों को लेकर उन्होंने सवाल उठाया, “78 सालों में तेलुगू राज्यों में एक भी पिछड़ी जाति का मुख्यमंत्री क्यों नहीं बना?” उन्होंने इसे कांग्रेस के समावेशी राजनीति के खोखले दावे के रूप में देखा।
परिवर्तन की अपील
डॉ. पॉल ने कांग्रेस पार्टी पर पश्चिमी देशों की नीतियों को लागू करने का आरोप लगाते हुए इराक, ईरान और लीबिया के उदाहरण दिए। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे “भ्रष्ट पार्टियों” के खिलाफ खड़े हों और भारत के भविष्य को अपने हाथों में लें।
“अब वक्त आ गया है कि शिक्षित नेता और युवा विफल पार्टियों की चंगुल से बाहर निकलकर नया रास्ता तय करें। हमारे लोकतंत्र, अर्थव्यवस्था, न्यायपालिका और समाज का भविष्य इस पर निर्भर करता है,” डॉ. पॉल ने जोर देते हुए कहा।
कांग्रेस पार्टी जहां तीन दिन में सोनिया गांधी का जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रही है, वहीं डॉ. पॉल ने सोनिया गांधी से इस्तीफा देने की मांग की। उन्होंने कहा, “न तो सोनिया गांधी ने पार्टी को सही दिशा दी, और न ही राहुल गांधी ने देश को नेतृत्व प्रदान किया।”
डॉ. पॉल ने अपने भाषण को सकारात्मक संदेश के साथ समाप्त करते हुए आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और भारत के नागरिकों से बदलाव की दिशा में कदम उठाने की अपील की। उन्होंने कहा, “अगर तेलुगू भाषी 15 करोड़ लोग प्रत्येक दस अन्य लोगों को प्रेरित करें, तो हम मिलकर 150 करोड़ भारतीयों को एक बेहतर भविष्य की ओर ले जाने के लिए मार्गदर्शन कर सकते हैं।”