हिंदी दिवस 2024: भारत एक ऐसा देश है जहाँ अधिकांश लोग हिंदी बोलते हैं। हालांकि, अंग्रेजी के बढ़ते प्रभाव के चलते भारत में हिंदी का प्रयोग थोड़ा कम हो रहा है। हिंदी के महत्व को बनाए रखने और इसे प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से भारत में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।
हिंदी दिवस 2024: हिंदी दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। भारत के अलावा विदेशों में भी हिंदी बोलने वाले लोग मिल जाते हैं। जब भारतीय लोग विदेशों में यात्रा या काम के सिलसिले में जाते हैं और किसी हिंदी भाषी से मिलते हैं, तो उन्हें एक अलग ही खुशी महसूस होती है। उन्हें लगता है कि वे किसी अजनबी देश में भी अपने देश के किसी व्यक्ति से मिल रहे हैं।
हिंदी, दुनियाभर में बसे भारतीयों को एक सूत्र में बांधती है। भले ही वे किसी और देश की नागरिकता रखते हों, लेकिन दिल से वे हमेशा भारतीय होते हैं। अगर आप किसी ऐसे देश की यात्रा करते हैं जहां हिंदी बोलने वाले लोग मिलते हैं, तो आपका सफर ज्यादा सरल और सहज हो सकता है।
इस लेख में उन देशों की चर्चा की गई है जहाँ हिंदी बोलने वाले लोग मिलते हैं, जिससे आपको एयरपोर्ट से टैक्सी बुक करने, होटल में रूम लेने या किसी विदेशी जगह पर घूमने में भाषा की समस्या नहीं होगी।
नेपाल
भारत के पड़ोसी देश नेपाल में हिंदी आमतौर पर बोली जाती है। यहाँ के लोग हिंदी आसानी से समझते और बोलते हैं। भले ही नेपाल की आधिकारिक भाषा नेपाली है, लेकिन यहाँ मैथिली, भोजपुरी और हिंदी बोलने वाले लोग बड़ी संख्या में मिल जाते हैं। अगर आप ऐसी जगह जाना चाहते हैं जहाँ भाषा कोई समस्या न बने, तो नेपाल आपके लिए सही विकल्प हो सकता है।
फिजी
फिजी एक खूबसूरत द्वीप देश है जहाँ हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा प्राप्त है। यह दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित है। यहाँ भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों के लोग बसते हैं और हिंदी अच्छी तरह से बोलते हैं। यदि आप फिजी यात्रा पर जा रहे हैं, तो हिंदी बोलने में आपको कोई कठिनाई नहीं होगी।
बांग्लादेश
भारत के पड़ोसी बांग्लादेश में भी हिंदी बोलने और समझने वाले लोग मिल जाते हैं। इसका कारण यह है कि बांग्लादेश कभी भारत का हिस्सा था। हालाँकि बांग्लादेश की आधिकारिक भाषा बांग्ला है, लेकिन यहाँ हिंदी और अंग्रेजी भी अच्छी तरह से समझी जाती हैं। अगर आप बांग्लादेश यात्रा पर जाते हैं, तो हिंदी बोलने वाले लोगों से आसानी से बातचीत कर सकते हैं।
पाकिस्तान
1947 के पहले भारत और पाकिस्तान एक ही देश थे, लेकिन विभाजन के बाद पाकिस्तान एक अलग देश बना। पाकिस्तान में अब भी कई ऐसे परिवार रहते हैं, जो विभाजन के समय भारत से वहाँ चले गए थे और हिंदी बोलना जानते हैं। पाकिस्तान की आधिकारिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेजी हैं, लेकिन यहाँ पंजाबी, हिंदी, पास्तो और बलूची भी बोली जाती हैं। अगर आप पाकिस्तान जाते हैं, तो आपकी हिंदी आसानी से समझी जाएगी।
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