नई दिल्ली।
दिल्ली में लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस की प्रदेश इकाई पर अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली के इस्तीफे के चलते मंडरा रहा संकट कुछ टला है। पार्टी ने देवेंद्र यादव को दिल्ली कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया है। देवेंद्र यादव वर्तमान में पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हैं और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद भी वह अपनी ये जिम्मेदारी निभाते रहेंगे। अरविंदर सिंह लवली ने शनिवार देर रात पार्टी के अध्यक्ष पद से चार पेज का लेटर लिख इस्तीफा दे दिया था, जिसे बाद में पार्टी ने स्वीकार कर लिया था।
नामांकन के समय क्यों जरूरी है अध्यक्ष
नामांकन के लिए प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह देना होता है। इसका मतलब ये है कि नामांकन के वक्त अध्यक्ष ही अपने प्रत्याशियों का सत्यापन चुनाव आयोग के सामने करता है। इसलिए किसी नेता को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाना जरूरी है। पूर्णकालिक अध्यक्ष की नियुक्ति में कुछ समय लग सकता है। इसीलिए पार्टी फिलहाल कार्यवाहक अध्यक्ष के बारे में ही फैसला किया है।
लवली ने पार्टी को ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा किया कि…
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने लवली पर आरोप लगाया है कि उन्होंने भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए लोकसभा चुनाव से पहले यह साजिश रची है। चौधरी ने कहा कि लवली ने इस्तीफे का जो वक्त चुना, वो बहुत ही गलत रहा। चौधरी ने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि लवली ने पार्टी को ऐसे मोड़ पर ला कर खड़ा कर दिया कि उनका इस्तीफा मंजूर होना ही था। उन्होंने अनुशासनहीनता की हद पार कर दी है।’ उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से लवली के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है।