वह संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता भी हैं, चुनाव समाप्त होने तक प्रचार करने का लिया फैसला
नई दिल्ली।
दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से एक उत्तर पश्चिम दिल्ली सीट काफी खास है। दिल्ली की एकमात्र यह लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। यह लोकसभा क्षेत्र 2008 में अस्तित्व में आया था। कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. उदित राज इस सीट से एक बार चुनावों में विजयी रह चुके हैं और इस बार भी उन्हें भारी संख्या में जन समर्थन मिल रहा है। उन्हें शुक्रवार को वर्ल्ड काउंसिल ऑफ आर्य समाज के राष्ट्रीय महामंत्री और संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता स्वामी नित्यानंद उर्फ महेंद्र शास्त्री ने समर्थन देने की घोषणा की है। यहीं नहीं वह उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में रहकर डॉ. उदित राज के लिए प्रचार करते हुए भी नज़र आएंगे। उन्होंने चुनाव समाप्त होने तक डॉ. उदित राज के पक्ष में प्रचार करने का फैसला किया है।
डॉ. उदित राज को समर्थन देते हुए स्वामी नित्यानंद ने कहा, ‘ राहुल गांधी आम जनता, वंचित लोग, गरीब सहित देश की 95 प्रतिशत जनता के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं। हमें एक होकर लड़ाई लड़नी है और कामयाब भी होना है।’ उन्होंने कहा, ‘पिछले 10 वर्षों में भाजपा ने न केवल गरीबों, मध्यम वर्ग, व्यापारियों, छोटे दुकानदारों, महिलाओं, युवाओं, किसानों और श्रमिकों के अधिकारों का हनन किया है बल्कि देश में रिकॉर्ड तोड़ बेरोजगारी और ऐतिहासिक महंगाई से जनता को त्रस्त कर दिया। सरकार ने सिर्फ पूंजीपतियों के हितों के लिए काम किया है। इसलिए अब साथ मिलकर लड़ने की जरूरत है।’
बता दें कि उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट के अंतर्गत 10 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इन विधानसभा क्षेत्रों में नरेला, बादली, रिठाला, बवाना, मुंडका, किराड़ी, सुलतानपुर माजरा, नांगलोई जाट, मंगोलपुरी और रोहिणी हैं। इनमें से रोहिणी विधानसभा पर भाजपा के विधायक विजेंद्र गुप्ता हैं, जबकि अन्य सभी सीटों पर आम आदमी पार्टी के विधायक है, जिसका फायदा इंडिया गठबंधन के तहत डॉ. उदित राज को मिल सकता है। इस संसदीय क्षेत्र में रिहायशी और व्यावसायिक दोनों इलाके शामिल हैं। आउटर रिंग रोड के पार इस लोकसभा क्षेत्र में रोहिणी, पीतमपुरा, सरस्वती विहार, मॉडल टाउन जैसी पाश कॉलोनियां है। वहीं, बवाना, मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी, बवाना जैसे क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयां भी हैं। इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नरेला, बवाना में सैकड़ों की तादाद में गांव भी हैं। जहां पर खेती होती है और रिहायशी कॉलोनियां भी यहां पर विकसित हो रही हैं। इन सब जगह से डॉ. उदित राज को भारी जन समर्थन प्राप्त हो रहा है। और वह बूथ लेवल मैनेजमेंट के तहत लोगों तक अपनी पहुंच भी बना रहे हैं।