कांग्रेस प्रदेश समिति के साथ बूथ जीता तो चुनाव जीता नारे के तहत बैठक कर तैयार की नई रणनीति
नई दिल्ली।
कांग्रेस ने भले ही प्रत्याशी तय करने में समय लगाया, लेकिन भाजपा से उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट से प्रचार और बूथ प्रबंधन में कहीं आगे निकल चुकी है। इस वजह से ही दिल्ली की उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट हॉट भी बनी हुई है। इसकी मुख्य वजह कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. उदित राज हैं। जो अपनी लोकसभा क्षेत्र के बूथों पर प्रबंधन के लिए पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी भी तय करते आ रहे हैं। उनकी रणनीति है कि ग्राउंड स्तर पर पार्टी मजबूती से चुनाव लड़ सके। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी यही कहता आ रहा है कि बूथ जीता तो चुनाव जीता। इसके तहत ही गुरूवार को वार रूम अधिकारियों के साथ एक बैठक रखी गई। जिसमें वह शामिल हुए
बता दें कि इस सीट को जीतने के लिए प्रभारी दीपक बाबरिया ने डॉ. उदित राज को बूथ लेवल पर नए फॉर्मूले से लड़ने की सलाह दी थी। जिसकी रूपरेखा तैयार करने के लिए ही डॉ. उदित राज ने गुरुवार को दिल्ली कांग्रेस के वार रूम अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की और बूथ लेवल मैनेजमेंट के लिए नई रणनीति की रूपरेखा रख विभिन्न पदाधिकारियों से विचार-विमर्श किया। माना जा रहा है की इस रणनीति को कांग्रेस सबसे पहले उत्तर पश्चिम दिल्ली में प्रयोग में लाए, जिसके बाद इसे आने वाले समय में बाकी लोकसभाओ में भी प्रभावी रूप से लागू किया जाए। इसमें ब्लॉक लेवल एजेंट्स की जिम्मेदारी अहम होगी और ये कांग्रेस के लिए बीजेपी के सामने एक ब्रह्मास्त्र की तरह काम कर सकती है। इसके तहत यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि हर पुराने कार्यकर्ता को जो संपर्क में नही हैं उन्हें भी कांग्रेस संगठन से जोड़ा जाए। वार रूम मीटिंग में वार रूम चेयरमैन राजेश गर्ग, सह चेयरमैन राजीव शर्मा, उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा डेस्क इनचार्ज रविंद्र कोचर और संत कुमार शुक्ला उपस्थित रहे।
बैठक में डॉ. उदित राज ने कहा, ‘ मैं पिछले एक महीने से बूथ लेवल मैनेजमेंट को लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कर रहा हूं। हमने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ‘आप’ कार्यकर्ताओं के साथ बूथ लेवल पर मिलकर काम करने को कहा है। इस सहयोग की बदौलत शांतिपूर्वक और भारी संख्या में मतदान हो सकेगा। अपने कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि वह मतदाताओं की पहचान सुनिश्चित कर सकें, ईवीएम पर विशेष नजर बनाए रख सके।’
उन्होंने कहा, ‘ इसके अलावा जीत सुनिश्चित करने के ध्येय को साकार करने के लिए माइक्रो लेवल पर काम भी शुरू हो चुका है। बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को बार-बार पार्टी व प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके साथ ही मतदान के समय पोलिंग बूथ पर पार्टी के एजेंट भी तय किए जा रहे हैं। पार्टी की प्रचार सामग्री जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। लोगों का हमारे गठबंधन के प्रति भारी जन समर्थन है। लेकिन यह वोट में तब्दील हो सके, इसके लिए ही इस मास्टर प्लान पर सही तरह से अमल जरूरी है।’