राजस्थानी लोक कलाकार श्री कुतले खान के गायन पर थिरके आगंतुक
नई दिल्ली।
दिल्ली में राजस्थानी हस्तकला, व्यंजन, संगीत का अनुभव करवाते राजस्थान उत्सव में शनिवार को राजस्थान पर्यटन विभाग के सौजन्य से प्रदेष के बहुचर्चित सुप्रसिद्ध लोक कलाकार श्री कुतले खान ओर उनके दल द्वारा किए गए सजीव प्रदर्षन ने चांदनी बाग में बैठे सभी विषिष्टजनों एवं आगंतुकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। लगभग दो घंटे चले इस संगीतमय संध्या में श्री खान के हर गायन पर उपस्थित दर्षकों ने खड़े होकर करतल ध्वनि से उनका अभिवादन किया।
सांस्कृतिक संध्या के शुभारंभ पर प्रमुख आवासीय आयुक्त श्री आलोक ने सुप्रसिद्ध संगीतकार श्री कुतले खान को साफा भेंट करते हुए स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनका अभिनंदन किया।
राजस्थान पर्यटक स्वागत केन्द्र के सहायक निदेषक श्री छतरपाल यादव ने बताया कि राजस्थान के जैसलमेर जिले में जन्में कुतले खान प्रदेष की समृद्ध और जीवंत भूमि के एक बहु प्रतिभाषाली लोक संगीतकार हैं। संगीतकारों के मंगनियार परिवार से आए कुतले खान अपनी बहुवादक और गायक के रूप में प्रसिद्ध है। 80 से अधिक देषों में भ्रमण कर चुके श्री खान को 2015 में ‘गीमा अवार्ड’ 2019 में आईफा अवार्ड सहित कई सम्मानीय पुरूस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं। श्री खान ने हाल ही में अपनी आवाज में प्रसिद्ध गीत ‘परम सुंदरी’ गाने का गायन किया है।
रूडा के शिल्प ग्राम का उद्घाटन
बीकानेर हाउस के सीसीए लाॅन में ग्रामीण गैर कृषि विकास एजेंसी द्वारा आयोजित षिल्पग्राम का उद्घाटन राज्य के प्रमुख आवासीय आयुक्त श्री आलोक ने फीता काटकर और दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर श्री आलोक ने राजस्थान स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि इस षिल्पग्राम में दिल्लीवासियों को राजस्थान की हस्त निर्मित उत्पादों को खरीदने का अवसर मिलेगा। उन्होंने प्रदेष के विभिन्न अंचलों से आए षिल्पकारों के सभी स्टाॅल्स का भ्रमण कर उनकी कला को प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त आवासीय आयुक्त श्रीमती अंजु ओमप्रकाष ने बताया कि इस षिल्पग्राम में 35 स्टाॅल्स का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि इस षिल्पग्राम में राजस्थान के चुनिंदा दस्तकारों द्वारा निर्मित हैंडीक्राफट उत्पादों यथा ब्लू पाॅटरी, राजस्थानी शाॅल, ज्वेलरी, ब्रास मैटल वर्क, क्ले फेस, जूतियां, बाड़मेरी एम्ब्राडरी, सांगानेरी प्रिन्ट साड़ियां, सूट, टेराकोटा, गोटा पट्टी, तारकषी, राजस्थानी पेंटिंग्स, कोटा डोरिया, अजरक प्रिन्ट, पोखरण पाॅटरी, कावड़ काष्ठकला, राजस्थानी बैंगल्स सहित विभिन्न प्रकार के राजस्थानी हैंडीक्राफ्टस बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे।
राजस्थान उत्सव अब 4 अप्रेल तक
श्रीमती अंजु ओमप्रकाश ने बताया कि दर्शकों की मांग को देखते हुए राजस्थान उत्सव की अवधि दो दिन बढ़ा दी गई है। 02 अप्रेल तक चलने वाले इस राजस्थानी विविधताओं से परिपूर्ण रंगारंग कार्यक्रम के राजस्थान उत्सव का आनंद दर्शक अब 04 अप्रेल तक ले सकेंगे। इस अवसर पर राज्य सरकार के दिल्ली स्थित कार्यालयों के अधिकारी एवं कर्मचारियों सहित राजस्थान मित्र मंडल के सदस्य तथा अन्य आमंत्रित विशिष्टगण भी उपस्थित थे।