नई दिल्ली।
हाईस्पीड रेल परियोजना में बुलेट ट्रेन के परिचालन में तेज हवा या आंधी तूफ़ान के कारण नुकसान से बचने की जरूरत को देखते हुए 508 किलोमीटर के मार्ग में 14 स्थानों पर हवा की गति मापने के लिए एनीमोमीटर लगाने का फैसला हुआ है।
राष्ट्रीय हाईस्पीड रेल निगम लिमिटेड ने बताया कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर देश के पश्चिमी हिस्से में तटीय क्षेत्रों से होकर गुजरेगा, जहां हवा की गति विशेष रूप से कुछ क्षेत्रों में केंद्रित है। इन तेज हवाओं में पुल पर ट्रेन संचालन को प्रभावित करने की क्षमता होती है। इसके समाधान के लिए वायाडक्ट पर एनीमोमीटर लगाने के लिए, 14 स्थानों की (गुजरात में 9 और महाराष्ट्र में 5) पहचान की गई है। ये उपकरण विशेष रूप से हवा की गति की मॉनिटरिंग करते हुए नदी पुलों ओर तेज हवा की संभावना वाले क्षेत्रों में केंद्रित होंगे।
एनीमोमीटर एक प्रकार की आपदा निवारण प्रणाली है जिसे 0 से 360 डिग्री तक फैले शून्य से 252 किलोमीटर प्रति घंटा की सीमा के भीतर वास्तविक समय में हवा की गति डेटा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यदि हवा की गति 72 किलोमीटर प्रति घंटा से 130 किलोमीटर प्रति घंटा तक है, तो ट्रेन की गति तदनुसार समायोजित की जाएगी। ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (ओसीसी) विभिन्न स्थानों पर स्थापित एनीमोमीटर के माध्यम से हवा की गति की मॉनिटरिंग करेगा।
जिन स्थानों पर एनीमोमीटर लगाये जाने हैं वे महाराष्ट्र में देसाई खादी, उल्हास नदी, बंगला पाड़ा, वैतरणा नदी ओर डहाणु तथा गुजरात में दमन गंगा नदी, पार नदी, नवसारी उपनगर, तापी नदी, नर्मदा नदी, भरूच-वडोदरा का मध्य भाग, साही नदी, बरेजा ओर साबरमती नदी है।