गठबंधन के तहत नई दिल्ली लोस सीट ‘आप’ के है पास
7 बार कांग्रेस ने नई दिल्ली सीट 1952से 2009 के बीच जीती
2 लोकसभा चुनाव में भाजपा की मीनाक्षी लेखी से मिली हार
नई दिल्ली।
दिल्ली में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रिंयका वाड्रा और रॉबर्ट वाड्रा अपनी ही पार्टी कांग्रेस से वोट नहीं कर सकेंगे। उनका वोट अगर जाएगा तो वो आम आदमी पार्टी को जाएगा। बता दें कि कांग्रेस-आम आदमी पार्टी(आप) के बीच हुए गठबंधन के तहत जिन चार सीटों पर ‘आप’ चुनाव लड़ेगी। उसमें नई दिल्ली लोस सीट भी शामिल है, गांधी परिवार के मतदान इस सीट के दायरे में ही आते हैं। और गठबंधन के तहत इस सीट से कांग्रेस पार्टी ही नदारद है। वोटिंग मशीन में उनका चुनाव चिन्ह भी इस सीट पर मौजूद नहीं रहेगा। ऐसे में गांधी परिवार को अपनी पार्टी को वोट न कर ‘आप’ को ही वोट करना होगा।
ऐसा हुआ है कांग्रेस-आप का गठबंधन
दिल्ली में लगातार 10 वर्ष से जीरो पर आउट हो रही कांग्रेस ने इस बार के चुनाव में INDIA गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर मैदान में उतरने का फैसला लिया है। दिल्ली में कुल 7 सीटों पर आप और कांग्रेस के बीच चार के अनुपात में तीन सीटों के फार्मूले पर समझौता हुआ। आप की झोली में लोकसभा सीट नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली हैं। वहीं, कांग्रेस चांदनी चौक, उत्तर पूर्वी और उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के रणनीतिकार जब राष्ट्रीय राजधानी में गठबंधन के तहत सीटों का मोलभाव कर रहे थे, तब शायद सोचा भी नहीं गया कि नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से मतदाता- पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका वाड्रा अपनी ही पार्टी को वोट नहीं दे सकेंगे। दिल्ली में कांग्रेस का यह दूसरा मजबूत किला रहा है। किंतु 2014 के लोस चुनाव के बाद से स्थिति बिल्कुल बदल चुकी है।
ये हैं गांधी परिवार के सदस्यों के मतदान केंद्र
सोनिया गांधी: निर्माण भवन, मौलाना आजाद रोड। राहुल गांधी: अटल आदर्श विद्यालय, औरंगजेब लेन। प्रियंका वाड्रा: अटल आदर्श विद्यालय, लोधी इस्टेट। राबर्ट वाड्रा: विद्या भवन महाविद्यालय सीनियर सेकेंडरी स्कूल, लोधी इस्टेट
नई दिल्ली लोकसभा सीट से सात बार जीती है कांग्रेस
वर्ष 1951 में बने नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से वर्ष 1952 से 2009 तक लोस चुनाव में कांग्रेस हर बार लड़ी और सात बार जीती। वर्ष 2004 व 2009 लोस चुनाव में यहां से कांग्रेस नेता अजय माकन निर्वाचित हुए थे। फिर लगातार दो बार भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी से उन्हें हार मिली। इस लोकसभा क्षेत्र में 10 विधानसभा सीटें हैं। यहीं पर कांग्रेस के तीनों वरिष्ठ नेताओं का आवास है और मतदाता हैं। इनके अलावा प्रियंका गांधी के पति राबर्ट वाड्रा और कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य राजीव शुक्ला भी इसी क्षेत्र से मतदाता हैं।