नई दिल्ली।
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में दिल्ली की सात में से पांच सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम हैं। दिल्ली की दो सीटों के लिए बीजेपी ने प्रत्याशी रोक रखे हैं। जिन दो सीटों के लिए बीजेपी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान अभी बाकी है, उनमें क्रिकेटर से राजनेता बने गौतम गंभीर की सीट ईस्ट दिल्ली और गायक हंसराज हंस की सीट नॉर्थ वेस्ट दिल्ली शामिल हैं। गौतम गंभीर पहले ही चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा सार्वजनिक रूप से जाहिर कर चुके हैं। जबकि हंसराज हंस का टिकट कटने की भी चर्चा है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बीजेपी इन सीटों पर प्रत्याशी का ऐलान क्यों रोके हुए है?
गौतम गंभीर ने भाजपा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट आने से कुछ घंटे पहले अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट किया था। गंभीर ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- मैंने माननीय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है कि वो मुझे राजनीतिक दायित्वों से मुक्त करें जिससे मैं अपनी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए जनसेवा का अवसर देने के लिए धन्यवाद भी कहा। गौतम गंभीर के इस ऐलान को टिकट कटने की चर्चा से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
ईस्ट दिल्ली सीट से गंभीर नहीं तो कौन?
ईस्ट दिल्ली सीट से दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और हर्ष मल्होत्रा के नाम टिकट की रेस में आगे बताए जा रहे हैं। हर्ष मल्होत्रा दिल्ली बीजेपी के महामंत्री भी हैं। अब बीजेपी की उलझन का एक कारण आम आदमी पार्टी का दलित दांव भी बताया जा रहा है। आम आदमी पार्टी ने इस सीट से विधायक कुलदीप कुमार को उम्मीदवार बनाया है। कुलदीप कुमार दलित बिरादरी से आते हैं। ईस्ट दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में चार लाख के करीब वाल्मीकि समाज की आबादी है।
भाजपा ने जिस दूसरी सीट नॉर्थ वेस्ट दिल्ली सीट को लेकर अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं, वह भी एससी रिजर्व सीट है। इस सीट से फिलहाल हंसराज हंस सांसद हैं। अब कहने के लिए कह सकते हैं कि एक क्रिकेटर और एक गायक, दो सेलिब्रिटी की सीट पर उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस है। दोनों ही सीटों पर दलित फैक्टर भी है। नॉर्थ वेस्ट दिल्ली सीट से अपने उम्मीदवार का ऐलान करने से पहले भाजपा कहीं कांग्रेस उम्मीदवार की लिस्ट का इंतजार तो नहीं कर रही? कांग्रेस की ओर से दो पूर्व सांसद- उदित राज और कृष्णा तीरथ टिकट के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।
इंडिया गठबंधन में यह सीट कांग्रेस के हिस्से आई है। इस सीट का पिछला अतीत देखें तो हर चुनाव में नया चेहरा संसद पहुंचा है। 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई नॉर्थ वेस्ट दिल्ली सीट से 2009 में कांग्रेस की कृष्णा तीरथ संसद पहुंचीं तो वहीं 2014 में भाजपा के टिकट पर उदित राज। भाजपा ने 2019 के चुनाव में हंसराज हंस पर दांव लगाया और वह भी पांच लाख से अधिक वोट के अंतर से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे। माना जा रहा है कि भाजपा इस बार हंस की जगह किसी नए चेहरे को मैदान में उतारने का मन बना चुकी है। अब वह नया चेहरा कौन होगा? इसे लेकर सस्पेंस बना हुआ है।