द इको फैक्ट्री फाउंडेशन (टीईएफएफ) ने भारत का अनूठा और महत्वपूर्ण शाश्वत भारत सेतु – विनिंग नेट जीरो का विकास किया है। यह नेट जीरो और स्थायी भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए एक मोबाइल शिक्षण और जागरूकता केंद्र है
नई दिल्ली।
भारत के माननीय और सम्मानित सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, श्री नितिन गडकरी ने नागपुर में भारत के पहले शाश्वत भारत सेतु – विनिंग नेट जीरो एग्जिबिट का उद्घाटन किया। इसका निर्माण द इको फैक्ट्री फाउंडेशन (टीईएफएफ) द्वारा किया गया है। यह सेंटर लोगों से लेकर ग्रह तक पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली, समाधान और पद्धतियों का प्रदर्शन करके अत्याधुनिक अनुभव प्रदान किया जाता है, जो नेट जीरो इंडिया का लक्ष्य हासिल करने के अभियान का नेतृत्व कर सकते हैं।
द इको फैक्ट्री फाउंडेशन पुणे के फाउंडर, आनंद चोरडिया ने ‘अपशिष्ट से धन, जल प्रबंधन, ऊर्जा, संरक्षण’ जैसी विभिन्न अवधारणाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कार्बन फुटप्रिंट कम करने के तरीकों, चक्रीय अर्थव्यवस्था के महत्व, ग्रामीण, शहरी, औद्योगिक और व्यक्तिगत क्षेत्रों में संवहनीयता हासिल करने और व्यापक रूप से नेट जीरो बनने की विधियों की भी जानकारी दी।
उपस्थित जन-समूह को संबोधित करते हुए, गडकरी जी ने इस अनूठी पहल पर बधाई दी और इसकी प्रशंसा करते हुए कहा कि, “इस प्रकार का असाधारण एग्जिबिट प्रस्तुत करने के लिए द इको फैक्ट्री फाउंडेशन को बहुत-बहुत बधाई! शाश्वत भारत सेतु ने अत्यंत महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर ध्यान आकर्षित किया है जिससे हमारे पर्यावरण में और आगे हमारी पृथ्वी में नई जान आयेगी। शाश्वत भारत सेतु ‘अपशिष्ट से धन’ की अवधारणा का उदाहरण है। यह स्थायी समाधान प्रदान करता है जिससे न केवल पर्यावरण को लाभ होगा, बल्कि समुदायों के लिए कमाई के अवसर भी पैदा होंगे।” उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह केंद्र भारत को एक नेट जीरो देश बनाने में योगदान के लिए पूरे राष्ट्र को प्रेरित करेगा।
टीईएफएफ के संस्थापक, आनंद चोरडिया ने इस ऐतिहासिक पल पर प्रकाश डालते हुए कहा, “शाश्वत भारत सेतु – विनिंग नेट जीरो एग्ज़िबिट हमारे जागरूकता पैदा करने और हर किसी को आसानी से नेट जीरो तथा पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने के इरादे से संचालित था। मेरा दृढ़ विश्वास है कि शाश्वत भारत सेतु सच्चा सेतु है जो भारत को नेट जीरो हासिल करने के लिए मार्गदर्शन करेगा। हमें आशा है कि यह केंद्र पर्यावरण के अनुकूल भविष्य की दिशा में इस अभियान में हमसे जुड़ने के लिए अनेक लोगों तक पहुँच कर उन्हें प्रोतसाहित करेगा।”