दिलशाद गार्डन स्थित दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान में अपॉइंटमेंट व्यवस्था खत्म होने से मरीजों को काफी राहत मिली है। इलाज के लिए अब उन्हें लंबा इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। व्यवस्था के समाप्त होने से अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी होने लगी है।
कैंसर के इलाज के लिए यह अस्पताल काफी माना जाता है। यहां राजधानी ही नहीं बल्कि विभिन्न राज्यों से भी लोग इलाज के लिए आते हैं। कोरोना काल में मरीजों की भीड़ से बचने के लिए अस्पताल प्रशासन ने अपाइंटमेंट व्यवस्था शुरू की थी।
पहले लेनी पड़ती थी अपॉइंटमेंट
मरीजों को इलाज के लिए पहले अपॉइंटमेंट लेनी पड़ती थी, जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। कोरोना काल समाप्त होने के बाद भी यह व्यवस्था जारी रही और मरीजों को इलाज के लिए लंबी तारीखें मिलने लगी। इससे मरीजों को काफी निराशा होती थी।
मरीजों की परेशानी को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने पिछले वर्ष दिसंबर में अपॉइंटमेंट व्यवस्था समाप्त कर दी है। अब मरीजों को इलाज के लिए बहुत लंबा इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। व्यवस्था समाप्त होने से ओपीडी में मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है।
यह थी पहले अपॉइंटमेंट की व्यवस्था
कैंसर संस्थान में इलाज कराने के लिए नए मरीजों को पहले काल या मैसेज के माध्यम से अपॉइंटमेंट लेना पड़ता था। फिर उन्हें काफी दिनों बाद की एक तारीख मिलती थी। उस दिन अस्पताल में आकर उनकी फाइल तैयार होती थी। तब कहीं जाकर उनका इलाज शुरू हो पाता था। इसमें मरीजों को काफी लंबा इंतजार करना पड़ता था।
“मरीजों की सुविधा के लिए ही अपॉइंटमेंट प्रणाली को खत्म किया गया है। इससे उन्हें लंबा इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। अब अपॉइंटमेंट के नाम पर गलत तरीके से पैसा ठगने वालों से भी मरीजों को छुटकारा मिल जाएगा”- डॉ. वत्सला अग्रवाल, चिकित्सा निदेशक, दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान