नई दिल्ली।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा तलाशी लिए जाने के बाद पैदा हुई राजनीतिक स्थिति के मद्देनजर मंगलवार को रांची के प्रमुख इलाकों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई।
प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम कथित भूमि धोखाधड़ी मामले से जुड़े धनशोधन के एक मामले की जांच के संबंध में पूछताछ करने के लिए सोमवार को सोरेन के दक्षिण दिल्ली स्थित 5/1 शांति निकेतन आवास पहुंची और 13 घंटे से अधिक समय तक वहां डेरा डाले रही। इस दौरान उन्होंने परिसर की तलाशी ली।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने सोरेन के दिल्ली स्थित आवास की तलाशी के बाद 36 लाख रुपये, एक एसयूवी और कुछ ‘‘आपत्तिजनक’’ दस्तावेज जब्त किए हैं।
उप संभागीय मजिस्ट्रेट (रांची) उत्कर्ष कुमार ने कहा, ‘‘हमने मुख्यमंत्री आवास, राजभवन और डोरंडा स्थित प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय के 100 मीटर के दायरे में सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक (अपराधिक दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत) निषेधाज्ञा लागू कर दी है।’’ प्रतिबंधों के तहत इन क्षेत्रों में और इनके आसपास प्रदर्शन, रैलियां या बैठकें आयोजित नहीं की जा सकेंगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अविनाश कुमार ने कहा, ‘‘हमने यह सुनिश्चित किया है कि यहां कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रित रहे। हमने राज्य की राजधानी में इन प्रमुख प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा बढ़ा दी है ताकि लोग एकत्र नहीं हो सकें।’’
इस बीच एक सूत्र ने बताया कि सोरेन दिल्ली से सड़क मार्ग के जरिए रांची आ रहे हैं और वह यहां अपने आवास पर होने वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) विधायकों की बैठक में मौजूद रहेंगे।
सोरेन 27 जनवरी की रात को राष्ट्रीय राजधानी रवाना हुए थे और राज्य में उनके पहले से निर्धारित सरकारी कार्यक्रम बिना किसी स्पष्टीकरण के रद्द कर दिए गए थे।