नई दिल्ली।
लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के मतदाताओं की लिस्ट सामने आई है। जिसमें राजधानी में पिछले साल के मुकाबले 0.39 फीसदी वोटर इस बार कम हुए हैं। अच्छी बात यह है कि 9.6 फीसदी नए वोटर (फर्स्ट टाइम वोटर) जुड़े हैं। ये आंकड़े सोमवार को जारी वोटर लिस्ट में सामने आए। पिछले साल एक जनवरी तक दिल्ली में कुल वोटर 1 करोड़ 47 लाख 76 हजार 301 थे, जबकि 22 जनवरी (सोमवार) को जारी लिस्ट में कुल वोटरों की संख्या 1,47,18,119 है। समरी रिवीजन के दौरान 3,97,004 वोटरों के नाम लिस्ट से हटाए गए हैं, जबकि 3,07,778 वोटरों के नाम जोड़े गए हैं।
क्यों कम हुए वोटर
मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी.कृष्णमूर्ति के अनुसार नए वोटरों के नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए पिछले साल अक्टूबर से स्पेशल समरी रिवीजन शुरू किया गया था। इस दौरान हजारों नए वोटर के नाम लिस्ट में शामिल किए गए लेकिन कुछ मतदाताओं के नाम लिस्ट से हटाए भी गए हैं। जो लोग विधानसभा क्षेत्र छोड़कर किसी अन्य विधानसभा में शिफ्ट हो गए हैं या हमेशा के लिए ही दिल्ली छोड़ गए हैं या फिर किसी की मृत्यु हो गई है। ऐसे वोटरों के नाम लिस्ट से हटाए गए हैं। कुल 3,97,004 वोटरों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए। इसकी तुलना में 3,07,778 वोटरों के नाम लिस्ट में जोड़े गए। स्थायी तौर पर कुल 89,216 वोटरों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए है। इसमें से 56,773 वोटरों की मृत्यु हो गई है और 32,443 वोटरों के नाम लिस्ट में दो बार या इससे अधिक बार था।
थर्ड जेंडर वोटर में मामूली बढ़त
इस साल जारी कुल वोटरों की संख्या में 79,86,572 पुरुष हैं और 67,30,371 महिलाएं शामिल हैं। पिछले साल 18 से 19 साल के वोटरों की संख्या 1,34,076 थी, जो अब 1,47,074 हो गई है। थर्ड जेंडर वोटरों की संख्या भी मामूली बढ़ी है। पिछले साल थर्ड जेंडर वोटरों की संख्या 1155 थी, जो बढ़कर 1176 हो गई है।