नई दिल्ली।
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने अपने 100वें दीक्षांत समारोह के दौरान प्रशासनिक सदस्यों द्वारा पहने जाने वाले अंगवस्त्र (स्टोल) के डिजाइन में बदलाव किया है। अब अंगवस्त्र पर बाईं ओर हिंदी में विश्वविद्यालय का नाम और दायीं ओर उसका लोगो होगा। साथ ही इस पर भगवा और गोल्डेन कलर की छह पटि्टयां होंगी। जो चांसलर, प्रो चांसलर और वाइस चांसलर का प्रतिनिधित्व करेंगी. अधिकारियों ने कहा कि यह कदम वेशभूषा को अधिक ट्रेडिशनल लुक देने के लिए उठाया गया है। दिल्ली यूनिवर्सिटी का 100वां दीक्षांत समारोह आने वाले फरवरी महीने में आयोजित किए जाने की संभावना है।
डीयू के ओएसडी परीक्षा अजय अरोड़ा ने बताया कि रंग में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि इसे और अधिक पारंपरिक और भारतीय दिखाने के लिए अंगवस्त्र को सिल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कोलोनियल गाउन को फाइनल गुड बाय है। संशोधित अंगवस्त्र कॉलेजों और विभागों के डीन और प्रिंसिपल जैसे प्रशासनिक सदस्य पहनेंगे। पिछले साल भी छात्र और शिक्षक दीक्षांत समारोह में भारतीय पोशाक के साथ अंगवस्त्र पहनकर शामिल हुए थे।
पिछले साल खत्म हो गई थी गाउन की परंपरा
विश्वविद्यालय ने पिछले साल ही औपनिवेशिक गाउन पहनने की परंपरा को खत्म कर दिया था। विश्वविद्यालय ने भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अपने छात्रों से पश्चिमी परिधानों को छोड़कर भारतीय पोशाक पहनकर आने के लिए कहा था।