नई दिल्ली।
दिल्ली स्थित इजरायली दूतावास के पास हुए ब्लास्ट मामले की जांच की आंच अब जामिया यूनिवर्सिटी तक पहुंच गई है। धमाके की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जामिया यूनिवर्सिटी से सड़क पर लगे सीसीटीवी फुटेज की मांग की है। यूनिवर्सिटी के कुछ कैमरे सड़क की तरफ लगे हुए हैं, इसके चलते दिल्ली पुलिस ने आरोपियों तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इजरायल एंबेसी ब्लास्ट मामले की तफ्तीश कर रही है और इसीलिए स्पेशल सेल की टीमों ने दिल्ली के कई ऐसे रूट आईडेंटिफाई किए हैं, जहां पर संदिग्ध के जाने की आशंका है। इसी वजह से स्पेशल सेल ने जामिया इलाके के भी कई रूट के सीसीटीवी कब्जे में लिए हैं। सूत्रों के मुताबिक जांच टीम ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सामने जा रही सड़क पर लगे यूनिवर्सिटी के सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध करवाने के लिए भी कहा है। इन कैमरों का एक्सेस जामिया यूनिवर्सिटी के पास होता है। इस मामले में अब तक जिस संदिग्ध की तलाश है वो इंडिया गेट तक ही दिखा था, उसके बाद ऑटो से उतरकर गायब हो गया था।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के सूत्र के मुताबिक ये तस्वीर 2021 में हुए इजराइल दूतावास के पास हुए धमाका से जुड़े संदिग्ध आरोपियों की है। पिछले साल दिसंबर 2023 को हुए इजराइल दूतावास के पीछे पृथ्वीराज मार्ग पर हुए धमाका मामले में इस संदिग्ध आरोपी को भी तलाशा जा रहा है। हाल ही में पुलिस के सूत्रों ने बताया था कि ऐसा प्रतीत होता है कि यह बम धमाका एक टाइमर से किया गया था।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और एनएसजी को मौके से घड़ी का डायल और उसकी सुइयां मिली हैं। स्पेशल सेल से जुड़े सूत्र के मुताबिक ये बेहद कम क्षमता वाले विस्फोटक थे। स्पेशल सूत्र ने यह भी बताया था कि साल 2021 में जिस तरह से दिल्ली स्थित इजरायल दूतावास के सामने धमाका हुआ था। उसी तरह विस्फोटक का इस लोकेशन पर प्रयोग किया गया था। साल 2021 में हुए उस धमाके में जामिया नगर का कनेक्शन सामने आया था। वहीं इस बार भी बम धमाके के 2 संदिग्ध आरोपियों को जामिया नगर से कनेक्शन सामने आया है।