नई दिल्ली।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के दो अहम प्रोजेक्ट सोनीपत-जींद हाईवे और दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेस-वे का काम वर्ष 2024 में पूरा हो जाएगा। इसके बाद दिल्ली, अमृतसर और वैष्णो देवी तक का सफर सुगम हो जाएगा।
दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेस-वे, झज्जर में कुंडली-पलवल-मानेसर एक्सप्रेस-वे से शुरू होगा। इसके बाद रोहतक, सोनीपत, जींद और कैथल से होते हुए पंजाब में प्रवेश करेगा और पंजाब से जम्मू में कटड़ा तक जाएगा। सोनीपत में एक्सप्रेस-वे खरखौदा में प्रवेश करेगा और गोहाना से होते हुए जींद जाएगा। इसका काम मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
दूसरी तरफ जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड हाईवे का काम भी अंतिम चरण में पहुंच गया है। अधिकारियों के अनुसार यह प्रोजेक्ट चार माह में पूरा हो जाएगा। ग्रीनफील्ड हाईवे बनने के बाद जींद से सोनीपत तक सफर एक घंटे में तय हो सकेगा। वहीं दिल्ली तक एक से सवा घंटे में पहुंचा जा सकेगा। दोनों प्रोजेक्ट पूरा होने पर दिल्ली, पंजाब और जम्मू तक जाने के लिए फास्ट कनेक्टिविटी की सुविधा मिल जाएगी।
दिल्ली से कटड़ा आधे समय में पहुंच सकेंगे
एक्सप्रेस-वे बनने से दिल्ली से कटड़ा पहुंचना आसान हो जाएगा। अब लोग दिल्ली से जीटी रोड से अंबाला, पंजाब में जालंधर होकर कटड़ा जाते हैं। अब दिल्ली से कटड़ा जाने में लगभग 14 घंटे लग जाते हैं। दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेस बनने के बाद दिल्ली-कटड़ा की दूरी भी कम होगी और इस रास्ते से दिल्ली से लगभग सात-आठ घंटे में कटड़ा पहुंचा जा सकेगा।
दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेस-वे पर एक नजर
दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेस-वे 670 किलोमीटर लंबा होगा। एक्सप्रेस-वे चार लेन का होगा। जनवरी 2022 में शुरू हुआ था काम। सोनीपत जोन में 64 किलोमीटर में मार्च 2024 में काम हो जाएगा पूरा। एक्सप्रेस-वे पर अमृतसर, वैष्णो देवी, सुल्तानपुर लोधी, तरनतारन, खडूर साहिब, गोइंदवाल साहिब प्रमुख पवित्र शहर आएंगे। भारतमाला परियोजना के तहत 35 हजार करोड़ की लागत से तैयार हो रहा है एक्सप्रेस-वे। एक्सप्रेस-वे से जीटी रोड की तुलना में दिल्ली से कटड़ा जाने में लगेगा आधा समय
जींद-सोनीपत ग्रीन फील्ड हाईवे पर एक नजर
जींद-सोनीपत तक ग्रीन फील्ड हाईवे 80 किलोमीटर लंबा होगा। जींद से सोनीपत तक पहुंचने में लगेगा एक घंटा, जबकि अब लगते हैं दो घंटे। फोर लेन हो तैयार हो रहा है हाईवे, बाद में छह व आठ लेन तक विस्तार हो सकेगा। मार्च 2024 तक काम पूरा करने का लक्ष्य है।