नई दिल्ली।
दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल मौत मामले में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उनकी बेरहमी से पीट पीटकर हत्या की गई थी। शरीर पर चोटों के कई गंभीर निशान पाए गए हैं। हेड कॉन्स्टेबल के पिता की शिकायत पर पुलिस ने मृतक की पत्नी, ससुर और साले समेत ससुराल पक्ष के कई अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित खेड़ा जाट थाना मंगलौर निवासी राजपाल सिंह का बेटा रामवीर सिंह (45) दिल्ली पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर कार्यरत था। रामवीर साहिबाबाद क्षेत्र के करहेड़ा स्थित गली नंबर 23 में पत्नी अर्चना और बेटी के साथ रहते थे। शराब पीने की आदत के कारण उनकी आए दिन पत्नी से कहासुनी होती थी। इसी बात को लेकर पत्नी और ससुराल वाले रामवीर के साथ अक्सर मारपीट भी करते थे। इससे तंग आकर कुछ दिन पूर्व रामवीर अपने गांव चला गया था। गुरुवार को ही उसके पिता उसे करहेड़ा स्थित घर पर छोड़कर गए थे। पिता ने बताया कि 30 दिसंबर को रामवीर से उसकी पत्नी का विवाद हो गया। इसके बाद पत्नी ने फिर से अपने पिता सुरेश पाल और भाई संदीप को बुला लिया। इस दौरान दोनों ने रामवीर की बेरहमी से पिटाई की, जिससे वह बेहोश होकर गिर पड़ा। गंभीर हालत में पत्नी उसे इलाज के लिए नोएडा के फोर्टिस अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दोपहर में किया था भाई को फोन
हेड कॉन्स्टेबल रामवीर का चचेरा भाई विकास एयरफोर्स में नौकरी करता है और दिल्ली में तैनात है। विकास ने बताया कि रामवीर ने सुबह लगभग नौ बजे अपनी मां से बात की थी। दोपहर में तीन बजे उसने छोटे भाई को फोन किया था, लेकिन छोटा भाई किसी कारण से फोन रिसीव नहीं कर पाया। कुछ देर बाद जब उसने वापस फोन किया तो रामवीर का फोन स्विच ऑफ मिला। इसके चलते परिजनों को अनहोनी की आशंका हो गई थी।
उत्तराखंड पुलिस में है छोटा भाई
रामवीर के पिता राजपाल सिंह ने बताया कि उनका छोटा बेटा उत्तराखंड पुलिस में सिपाही है। ड्यूटी पर रहने के चलते वह रामवीर का फोन दोपहर में तीन बजे उठा लेता तो शायद रामवीर अपने साथ हुए अत्याचार के बारे में बता देता। हालांकि ड्यूटी पर होने के चलते वह फोन नहीं उठा पाया।
पत्नी बोली, पिता ने की थी पिटाई
रामवीर के पिता राजपाल सिंह ने बताया कि पूरे मामले को लेकर जब उन्होंने रामवीर की पत्नी अर्चना से बात की तो उसके मुंह से निकल गया कि पिता की पिटाई से उसके पति बेहोश होकर गिर पड़े थे। अर्चना की इसी बात से उनके मन में शक गहरा गया। फिर जब उन्होंने रामवीर का शरीर देखा तो शरीर पर हर जगह चोटों के गहरे निशान दिख रहे थे। एसीपी साहिबाबाद रजनीश उपाध्याय ने बताया कि पिता राजपाल सिंह की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना के संबंध में पूछताछ की जाएगी।