भारत का क्रिसमस उत्सव समावेशिता को लगाता है गले
प्रसिद्ध गणमान्य व्यक्ति और वैश्विक आस्था वाले नेता डायोसेनन सामुदायिक केंद्र में शांति और सद्भाव के लिए होंगे एकजुट
नई दिल्ली।
चावारा सांस्कृतिक केंद्र ने डायोसेनन कम्यूनिटी सेंटर , अशोक प्लेस, गोल डाक खाना, दिल्ली में क्रिसमस उत्सव क्रिस्तु महोत्सव 2023 के आयोजन की मेजबानी करेगा। विभिन्न ईसाई संगठनों के सहयोग से यह कार्यक्रम “विविधता का उत्सव – भारत का उत्सव” थीम के तहत दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के दिव्यांग बच्चों में खुशी लाने पर केंद्रित है। यह अंतर-धार्मिक क्रिसमस उत्सव यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से विश्व स्तर पर उपलब्ध होगा।
सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति सी.टी. रवि कुमार महोत्सव का उद्घाटन करेंगे, जिसमें दिल्ली के आर्कबिशप अनिल कूटो, फरीदाबाद के आर्कबिशप कुरियाकोस भरणीकुलंगरा, शिक्षा और मीडिया के जनरल काउंसलर डॉ. फादर मार्टिन मैलाथ सीएमआई जैसी प्रतिष्ठित हस्तियां संबोधित करेंगी। मुख्य पादरी जनरल सेंट जॉन क्राइसोस्टॉम डायोसीज गुड़गांव-दिल्ली आरईवी. फादर वर्गीस वल्लिककट भी इसमें अपने विचार साझा करेंगे।
जबकि विशिष्ट अतिथि के तौर पर संसद सदस्य लोकसभा डॉ. लोरहो एस. फोज, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग उपाध्यक्ष श्री. केरसी कैखुशरू देबू, भारतीय सर्वधर्म संसद के राष्ट्रीय संयोजक गोस्वामी सुशीलजी महाराज शामिल हैं। ग्लोबल संत समाज कल्याण फाउंडेशन के संस्थापक चेयरमैन स्वामी चंद्रदेव जी, निजामुद्दीन औलिया दरगाह के ट्रस्टी सूफी अजमल निज़ामी, यहूदी समुदाय के दिल्ली प्रमुख रब्बी ईजेकील इसहाक मालेकर, आचार्य फ्रॉम चिट्स(Cihts)वाराणासी के आचार्य येशी फुंटसॉक भी इस अवसर पर शोभा बढ़ाएंगे। इस मौके पर आचार्य सुशील मुनि मिशन के संस्थापक विवेक मुनिजी महाराज, गुरुद्वारा बंगला साहिब के प्रधान पुजारी सिंह साहिब ज्ञानी रंजीत सिंह जी, सार्वजनिक सूचना बहाई उपासना गृह दिल्ली की निदेशक कार्मेल त्रिपाठी, डीएसटी संयुक्त सचिव(प्रशासन) ए. धनलक्ष्मी, डायलॉग एंड इकोमेनिज्म कमीशन आर्क डायोसीज ऑफ दिल्ली के क्षेत्रीय सचिव आरईवी. डॉ. नॉर्बर्ट हरमन एसवीडी और केरला बीजेपी स्टेट वाइस प्रेटिडेंट एएन राधाकृष्णन भी उपस्थित रहेंगे।
चावारा सांस्कृतिक केंद्र के चेयरमैन डॉ. फादर मार्टिन मैलाथ सीएमआई ने कहा, “यह उत्सव अंतर-धार्मिक संवाद, कला, साहित्य और सांस्कृतिक बातचीत के माध्यम से समाज में शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने की एक पहल है। क्रिसमस का अर्थ ही ये है कि सर्वोच्च स्वर्ग में ईश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन लोगों के बीच शांति हो जिन पर वह कृपा करता है। वह दुनिया को शांति, खुशी और आशा का संदेश देता है।”
चावारा सांस्कृतिक केंद्र दिल्ली के डायरेक्टर डॉ. फादर रॉबी कन्ननचिरा सीएमआई ने कहा, “यीशु मसीह के जन्म की याद में दुनिया भर में क्रिसमस मनाया जाता है, जिन्होंने सभी को गले लगाया और किसी को भी बाहर नहीं रखा। उनके दिखाए रास्तों पर चलते हुए ही इस बार विविधता का जश्न-भारत का जश्न थीम रखी है। इसमें विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधि, एपिस्कोपल चर्चों के विभिन्न संप्रदाय और क्षेत्रीय लोग दिव्यांग बच्चों के साथ भाग ले रहे हैं। इस उत्सव का हिस्सा बनने के लिए सभी का स्वागत है।”