28/11/2023
नई दिल्ली: सरकार ने मंगलवार को ऐसा राष्ट्रीय प्रोटोकॉल लॉन्च किया है जो आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिव्यांग व्यक्तियों को ट्रैक करने और उनकी मदद करने में सहायक होगा। महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया कि यह पहली बार है जब आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएँ इस मुद्दे पर जागरूकता फैला रही हैं।
स्मृति ईरानी ने कहा, “पहली बार आंगनवाड़ी बहनों ने जागरूकता बढ़ाई है कि दिव्यांग समाज के लिए कोई चुनौती नहीं है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने दिव्यांगों को मुख्यधारा के स्कूलों में भर्ती करने पर जोर दिया है।”
केंद्रीय मंत्री ने इसके साथ ही कहा, “हमें मालूम है कि बच्चों का 85 फीसदी दिमागी विकास छह वर्ष की आयु तक ही होता है। आज हमारी शिक्षा प्रणाली में दिव्यांगों के लिए नए प्रावधान हैं। दिव्यांग बच्चों के लिए जमीनी स्तर पर डेटा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से मिलेगा।”
दिव्यांगों के लिए राष्ट्रीय नीति के ड्राफ्ट के अनुसार, यदि विकलांगता का पता लगाना शीघ्र किया जाए तो भारत में एक तिहाई विकलांगताओं को रोका जा सकता है। पोशण और पढ़ाई का मुख्य लक्ष्य भारत की आने वाली पीढ़ियों के लिए नींव को मजबूत बनाना है।