28/11/2023
जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव की मतगणना की तारीख 3 दिसंबर के आसपास है और सियासत में बहस तेज हो रही है। कांग्रेस सरकार फिर से बनती है तो मुख्यमंत्री कौन होगा, यह सवाल चर्चा में है। अशोक गहलोत और सचिन पायलट कह रहे हैं कि बहुमत के बाद मुख्यमंत्री का चयन हाईकमान और विधायक दल की बैठक में होगा। गहलोत ने फिर से मुख्यमंत्री बनने की कड़ी दावेदारी की है।
मंगलवार को तेलंगाना में प्रेस कांफ्रें्स के दौरान उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी मुझे नहीं छोड़ रही है और लगता है कि यह आगे भी नहीं छोड़ेगी”। इससे साफ है कि गहलोत चौथी बार मुख्यमंत्री बनने का मनोबल बनाए रख रहे हैं। यह खबरें मिलते ही सियासत में यह सामान्य माना जा रहा है कि गहलोत को फिर से मुख्यमंत्री बनने की इच्छा है।
गहलोत ने तेलंगाना में चुनावी कैम्पेन के दौरान बताया कि राजस्थान में भी वह गारंटी योजना लागू करेंगे और कांग्रेस पांच राज्यों में बड़ा प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि वह राजस्थान में फिर से सरकार बनाएंगे।
इस बीच, गहलोत के बयान के बाद सचिन पायलट के समर्थन में बढ़ती हुई आस्था पर धक्का खाने की चर्चा हो रही है। गहलोत ने पायलट के मुख्यमंत्री बनने के बारे में सवाल पर कुछ ऐसा बयान दिया है, जिससे वह उनके समर्थन में स्पष्ट नहीं थे।
सीएम गहलोत का बयान से पहले ही उन्होंने यह दावा किया था कि जो व्यक्ति मुख्यमंत्री की मांग करता है, वह कभी मुख्यमंत्री नहीं बनता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का चयन बैठक के बाद ही होगा। गहलोत ने इस बयान में पायलट के बयान को दोहराया है और इससे सियासी कक्षाओं में उत्सुकता बढ़ रही है कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के लिए फिर से टकराहट हो सकती है।