नई दिल्ली।
बुराड़ी विधानसभा के झरोदा वार्ड के अंतर्गत आने वाली कई कॉलोनी को कोर्ट द्वारा तोड़ने का नोटिस जारी किया गया है। इसको लेकर लोगों ने सड़क पर उतरकर रोड जाम कर दिया है, जिससे वहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बुराड़ी विधानसभा में लोगों ने अपने घर तोड़े जाने का विरोध किया। हजारों की संख्या में लोगों ने मुकरबा चौक वजीराबाद रिंग रोड पर उतरकर रोड जाम किया। वहीं मौके पर भारी पुलिस बल भी मौजूद रहा. लोगों का आरोप है कि राजनीतिक षड्यंत्र के तहत पहले लोगों को बसाया गया और अब उनके आशियाना सरकार तुड़वा रही है।
बता दें कि बुराड़ी विधानसभा के झरोदा वार्ड के अंतर्गत आने वाली कई कॉलोनी को कोर्ट द्वारा तोड़ने का नोटिस जारी किया गया है, जिसके बाद इन कॉलोनी में रहने वाले लाखों लोग बेघर होने के डर से अपनी मांगों को लेकर बाहरी रिंग रोड पर प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे हैं। लोगों का कहना है कि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार की ओर से पहले यहां पर लोगों को बसाया गया और अब बिल्डिंग विभाग द्वारा नोटिस जारी कर कॉलोनी को तोड़ने के आदेश दिए गए हैं।
बुराड़ी विधानसभा के झरोड़ा वार्ड के अंतर्गत आने वाली ज्यादातर कॉलोनी में लोग कई साल से रह रहे हैं। लोगों का कहना है कि जब चुनाव आते हैं तो नेता वोट मांगने के लिए आते हैं और लोगों से झूठे वादे भी करते हैं कि कॉलोनी को पास कराया जाएगा। अभी तक दिल्ली में कोई कॉलोनी पास भी नहीं हुई है और पूरी दिल्ली में इसी तरह लाखों लोग कच्ची कॉलोनी में रह रहे हैं, जहां पर लोगों को बिजली व पानी के कनेक्शन भी सरकारी विभागों की ओर से दिए गए हैं।
यदि कॉलोनी कच्ची है तो सरकार लोगों को बिजली व पानी के कनेक्शन क्यों दे रही है और क्यों उन्हें बुनियादी सुविधाएं दी जा रही हैं। कहीं न कहीं सरकार अपने राजनीतिक दांव पेचों के चलते लोगों को मोहरा बना रही है और अब इस जमीन पर बसी कॉलोनी को तोड़ने के लिए कवायद भी शुरू की जा चुकी है। कोर्ट से लोगों को नोटिस दिए गए, लोग अपने आशियाना को बचाने के लिए सांसद मनोज तिवारी से भी मिले से लेकर अधिकारियों तक सभी से मिले, लेकिन उनकी समस्या के समाधान होता हुआ नजर नही आ रहा है।
इस मामले में विधायक संजीव झा ने बताया कि वह खुद हाईकोर्ट या फिर सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे और इस डेमोलेशन की प्रक्रिया पर स्टे लेकर लोगों को राहत देंगे और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी रहेगी।
कॉलोनी के लोगों का आरोप है कि इलाके के जमींदारों ने उन्हें ग्राम सभा की जमीन बेची है। उन्हें नहीं बताया गया कि यह जमीन ग्राम सभा की है। अपने मुनाफे के लिए उन्होंने जमीन बेच दी और अब जमीन पर बसी कॉलोनियों को तोड़ा जाएगा। लाखों की संख्या में लोग यहां पर रहते हैं, साथ ही लोगों का आरोप है कि अब सर्द रातें कहां बिताएंगे। साथ ही त्योहार भी चल रहे हैं, जब घर टूट जाएंगे तो वह अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर सड़कों पर कहां रहेंगे। वहीं दिल्ली के दूसरे इलाकों में जहां अवैध कॉलोनी को तोड़ा गया है। दूसरी जगह पर सरकार ने उन्हें बसने के लिए जमीन भी दी है, लेकिन यहां पर जमीन मालिक को और नेताओं ने झूठ बोलकर लोगों को फंसाया है।
इलाके पूर्व भाजपा निगम पार्षद व दक्षिण दिल्ली से भाजपा जिला प्रभारी गौरव खारी भी लोगों के बीच पहुंचे, जिन्होंने का बताया कि वह इन लोगों के साथ खड़े हैं, सांसद मनोज तिवारी ने भी लोगों से कॉलोनी को पास करने का वादा किया था। लोगों से एक फिर वही झूठे लोक लुभावन वादे कर उन्हें मानने की कोशिश की जा रही है। वहीं लोगों के प्रदर्शन की वजह से सड़क पर लगे लंबे जाम में हजारों वाहन फंसे हुए हैं। इसमें कई एंबुलेंस में फंसी हुई है, जो घायल लोगों व बीमार मरीजों को लेकर एक अस्पताल से दूसरा अस्पताल जा रही हैं। यदि इसमें कोई हादसा होता है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी।