नई दिल्ली
लाल किला मैदान में आयोजित लव कुश रामलीला के सातवें दिन 21 अक्टूबर शनिवार को लीला मंचन के दौरान रामभक्त उस वक्त हैरान रह गए जब आकाश मार्ग से संजीवनी बूटी लेकर लौट रहे हनुमान जी आकाश में चंद्रयान को देखकर मुस्कराए।
लीला कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार के मुताबिक कमेटी के सदस्यो ने चांद पर देश के चंद्रयान के स्थापित होने की उपलब्धि को लीला का हिस्सा बनाने का फैसला किया, हजारों रामभक्तो के बीच जब यह दृश्य मंचित हुआ तो हर कोई मुस्कराते हनुमान और चंद्रयान की छवि को अपने मोबाइल कैमरे में कैद करने में नजर आया। अर्जुन कुमार के मुताबिक़ वीकेंड की वजह से लीला मैदान में रामभक्तो का सैलाब शाम से ही उमडना शुरू हो गया।
लीला के जनरल सेक्रेटरी सुभाष गोयल के मुताबिक लीला अवलोकन के लिए केंद्रीय वाणिज्य एवम उद्योग मंत्री पीयूष गोयल पधारे, मंत्री महोदय ने सबसे पहले श्री राम की पूजा अर्चना की। अर्जुन कुमार ने आगे बताया लीला का शुभारंभ रामादल में हनुमान की वापसी, विभिषण का श्री राम की शरण में आने, सेतु बंधन , रामेश्वरम की स्थापना, लक्ष्मण मूर्छा और हनुमान जी द्वारा संजीवनी बूटी लाने तक की लीला का मंचन हुआ।
लीला में आम आदमी पार्टी के नेता ब्रजेश गोयल ने अंगद के किरदार में जान डाल दी, मंच पर रावण बने नामी एक्टर मुकेश ऋषि के अपोजिट ब्रजेश गोयल की एक्टिंग की सभी ने तारीफ की। रविवार को हीरोपंती सहित कई फिल्मों की लीड एक्ट्रेस तारा सुतरिया और मशहूर फिल्म स्टार राजपाल प्रभु श्री राम का आशीर्वाद लेने और अपनी नई फिल्म अपूर्वा का पोस्टर लांच करने आएंगे। प्रभु श्रीराम की आरती के बाद लीला कमेटी के चेयरमैन पवन गुप्ता, सीनियर वाइस प्रेजिडेंट सत्यभूषण जैन, सौरव गुप्ता, राजन चोपड़ा, गौरव सूरी ने आए सभी मेहमानों को लीला का स्मृति चिन्ह और राम दरबार का चित्र भेंट किया।
डिजिटल डॉल्बी साउंड के साथ लंका दहन
इससे पहले के दिन लाल किला मैदान में बाली वध का दृश्य मुंबई से आए फिल्म एक्शन डॉयरेक्टर मनोज कांगडा की निगरानी में पेश किया गया। रावण हनुमान संवाद दृश्य में बॉलिवुड के विख्यात खलनायक (मुकेश ऋषि) रावण और हनुमान का किरदार निभा रहे टीवी एक्टर (निर्भय वाधवा ) ने अपनी लाजवाब एक्टिंग से सभी को मंत्र मुग्ध किया। शबरी से राम जी की भेंट, राम सुग्रीव मित्रता, बाली वध, रावण सीता संवाद, अक्षय कुमार वध, से लेकर लंका दहन तक की लीला का मंचन हुआ। लंका दहन का दृश्य बिना आतिशबाजी के साउंडट्रेक डॉल्बी साउंड के साथ जब मंचित हुआ तो ग्राउंड में बैठे सभी रामभक्त झूम उठे। सूर्पनखा प्रसंग, खर दूषण वध , मारीच वध और जटायु वध के दृश्य मंच और आकाश मार्ग में पेश किए गए, इन एक्शन दृश्यो का राम भक्तो में इस कदर क्रेज था की शाम को ही ग्राउंड पूरा भर चुका था |