
क्या है पूरा मामला ?
अररिया पुलिस का मामले में रहा था ढुलमुल रवैया
पटना।
बिहार के अररिया ज़िले के बहुचर्चित लॉ कॉलेज प्रोफ़ेशर विपिन किशोर मिश्रा अपहरण कांड में बीते 12 अक्तूबर को पटना हाई कोर्ट की तरफ़ से बिहार सरकार के वकील ने अरारीया एसपी समेत ज़िला के पुलिस महकमे को आड़े हाथों लिया और मामले में रिपोर्ट माँगी है कोर्ट से निर्देश के बाद मामले में एसपी ने SIT का गठन कर दिया है।
दरअसल ये पूरा मामला साल भर पुराना है जब CKM law college के प्रोफ़ेशर विपिन किशोर मिश्रा को 24 September 2022 को शाम में कॉलेज से हाज़िरी बनाने के बाद अपने ही भतीजे प्रकाश कुमार मिश्रा के द्वारा अपहरण कर लिया गया।
मामले की चश्मदीद गवाह और विपिन मिश्रा की बहन निरुपमा ठाकुर के मुताबिक़ आरोपी प्रकाश मिश्रा 24 सितंबर को विपिन मिश्रा को शाम में निरुपमा के घर से ले गया जब विपिन मिश्रा ने कहा था कि- ‘मैं एक घंटे में आता हूं’ और उसके बाद से आज तक वो घर नहीं पहुँचे। बता दें की विपिन मिश्रा सुपौल ज़िला के बीरपुर निवासी हैं और वो 24 सितंबर को अपने भतीजे प्रकाश मिश्रा, उसके भाई राकेश मिश्रा और इन दोनों भाइयों के पिता भुवन मिश्रा के बार बार कॉल कर बुलाने पर बीरपुर से अररिया आए थे।
25 तारीख़ को अपहृत की पत्नी स्वर्गीय प्रेमलता मिश्रा ने बीरपुर से आकर अररिया थाना में FIR दर्ज करवाई और जब तहक़ीक़ात की गई तो मामले में प्रकाश मिश्रा, राकेश मिश्रा, दीपक मिश्रा, राजीव मिश्रा, भुवन मिश्रा, अर्जुन आचार्य, बबलू मिश्रा और नीतीश यादव की संलिप्तता होने की बात सामने आई। जिसमें से मात्र एक आरोपी प्रकाश मिश्रा को पुलिस अरेस्ट करने में सफल रही थी लेकिन वो भी पुलिस का सही तरीक़े से तहक़ीक़ात न किए जाने के कारण क़ानूनी दांव पेंच का सहारा लेकर दस महीने बाद बेल पर रिहा हो गया बाक़ी सारे आरोपी आठ महीनों तक भागे रहे।
अररिया पुलिस के ढुलमुल रवैये के कारण आज तक विपिन मिश्रा का कुछ पता नहीं चल पाया। उनके परिवार में अब बस उनकी एक बेटी और एक बेटा है हो अपने पिता को ढूँढने की लड़ाई लड़ रहे हैं इसी क्रम में उन्होंने पटना हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की थी जिसपर एक्शन लेते हुए अब पटना हाई कोर्ट की तरफ़ बिहार सरकार के वकील ने अररिया SP से पूरे मामले पर जवाब माँगा है।