नई दिल्ली।
दिल्ली-एनसीआर में रैपिडएक्स कॉरिडोर का भविष्य में विस्तार होगा। इसमें वेस्ट यूपी के हापुड़, शामली और बुलंदशहर का खुर्जा भी शामिल हैं। वहीं, गुरुग्राम, रेवाड़ी, दिल्ली कैंट, बल्लभगढ़-पलवल के बीच काम फेज दो में शुरू होगा। फेज एक में नोएडा, ग्रेटर नोएडा, सोनीपत और दिल्ली में कई जगह रैपिडएक्स ट्रेन चलाने की योजना है। दिल्ली मेरठ रूट पर अभी यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेगी जबकि क्षमता 180 किलोमीटर प्रतिघंटे तक की है। हाई स्पीड रेल को मिनी बुलेट ट्रेन भी कहा जा रहा है।
दिल्ली-एनसीआर की बढ़ती आबादी को देखते हुए एनसीआर प्लानिंग बोर्ड लोगों को राहत देने के लिए विभिन्न योजना पर काम कर रहा है। एनसीआर में यातायात के बेहतर संसाधन मुहैया कराए जा रहे हैं। इसके तहत एनसीआर में हाईवे और एक्सप्रेसवे बन रहे हैं। मेरठ एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल बनकर तैयार है। यही नहीं एनसीआर प्लानिंग बोर्ड रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) की योजना भी लाया है। इसके दो फेज हैं। पहला फेज वर्ष 2001 से 11 और दूसरा फेज वर्ष 2011 से 21 तैयार किया गया था। केंद्र सरकार पहले ही इसकी मंजूरी दे चुका है।
सेकेंड फेज में इन रूटों पर दौड़ेगी रैपिड रेल
सेंकड फेज में गाजियाबाद-मेरठ, गाजियाबाद-हापुड़, गाजियाबाद-खुर्जा, शाहदरा-शामली, सोनीपत-पानीपत, गुरुग्राम-रेवाड़ी, बरार स्कावयर-दिल्ली कैंट और बल्लभगढ़-पलवल शहर शामिल किए गए हैं। फिलहाल, गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर काम चल रहा है। जल्द ही मेरठ रुट पर पीएम नरेंद्र मोदी इसे चलाने की हरी झंडी दिखा सकते हैं। इसके बाद जल्द पानीपत वाले रूट पर भी काम शुरू होना है।
दुहाई से जेवर तक चलाने की योजना बनेगी
रैपिडएक्स को दुहाई से जेवर तक चलाने की योजना है। जेवर में हवाई अड्डा बनाया जा रहा है। नोएडा में मेट्रो को रैपिडएक्स स्टेशन से जोड़ा जा सकता है। एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। वहां भी यातायात के साधन बेहतर किए जाएंगे।