नई दिल्ली।
दिल्ली के भोगल में उमराव सिंह ज्वैलर्स की दुकान में हुई सबसे बड़ी चोरी के मामले में अब पुलिस जल्द से सारे राज खोल देगी। दिल्ली पुलिस को आरोपी लोकेश श्रीवास की ट्रांजिट रिमांड मिल गई है, जिसे पिछले दिनों राष्ट्रीय राजधानी में हुई सनसनीखेज 25 करोड़ की चोरी के मामले में छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार किया गया। इस मामले के आरोपी लोकेश के लिए दिल्ली पुलिस की टीम ने सवालों की फेरिस्त तैयार कर ली है। इस लिस्ट में करीब 50 सवााल हैं। लोकेश ने चोरी के कुछ खुलासे भी पुलिस के समक्ष किए हैं। लोकेश ने खुलासा किया है कि वह जब शोरूम में घुसा तो उसने देखा कि वहां सोफा लगा हुआ था, इसलिए वह आराम करने के लिए एक रात सोफे पर ही सो गया।
बता दें कि लोकश उमराव सिंह ज्वैलर्स के शोरूम में सेंधमारी कर 25 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के आभूषण चुराकर छत्तीसगढ़ भाग गया था। हजरत निजामुद्दीन पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर जितेंद्र रघुवंशी ने आरोपी की औपचारिक गिरफ्तारी और ट्रांजिट रिमांड के लिए मंगलवार को एक आवेदन दायर किया था। एक अधिकारी ने कहा है कि आरोपी को न्यायिक मजिस्ट्रेट, रायपुर के सामने पेश किया गया और अदालत ने लोकेश की 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड दिल्ली पुलिस को दे दी है। अधिकारी ने कहा है कि कार्यकारी मजिस्ट्रेट के समक्ष पंचनामा के बाद मामले की संपत्ति भी जांच अधिकारी जितेंद्र रघुवंशी को सौंप दी जाएगी। पुलिस टीम के लोकेश को लेकर बुधवार को दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है।
लोकेश श्रीवास (31) उर्फ गोलू को पिछले महीने उमराव सिंह ज्वैलर्स से सोने और हीरे के ज्वैलरी की चोरी में संलिप्तता के आरोप में छत्तीसगढ़ के भिलाई से पकड़ा गया है। शुरुआती जांच से पता चला है कि उसने 18 घंटे में पूरे ऑपरेशन को अकेले ही अंजाम दिया। उसने 23 सितंबर की रात लगभग 10:45 बजे ज्वैलर्स शोरूम में प्रवेश किया और अगले दिन 24 सितंबर की शाम करीब 5 बजे बाहर निकला। सोमवार को बाजार बंद रहता है, इसलिए दुकान मालिक को मंगलवार की सुबह दुकान खोलने पर दीवार में सेंध दिखी और सारे गहने गायब मिले।
गूगल मैप से तैयार किया नक्शा
लोकेश ने शुरूआती पूछताछ में पुलिस को बताया है कि गूगल मैप की मदद से उसने शोरूम के आसपास का नक्शा तैयार किया। गूगल मैप के ही जरिए उसने छत तक पहुंचने का रास्ता भी बनाया था। इसके बाद उसने ऑनलाइन ही शोरूम के बारे में सारी जानकारी जुटाई और फिर उसने चोरी की वारदाता को अंजाम दिया। उसके प्लान के मुताबिक चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद उसने माल को ठिकाने लगाने के लिए बिलासपुर में एक कमरा भी किराए पर लिया था। लोकेश ने शोरूम की रेकी भी की और उसके अंदर जाकर उसका जायजा भी लिया। आरोपी ने पुलिस को बताया है कि उसने शोरूम में घुसने से पहले जंगपुरा के एक ढाबे में खाना खाया और उसके बाद उसे शोरूम में अंदर पहुंचने में करीब आधा घंटा लगा। आरोपी ने पुलिस को बताया कि जब वह शोरूम में घुसा तो उसने देखा की वहां सोफा लगा हुआ था तो उसने पहले आराम किया और फिर सोफे पर ही सो गया, उसकी नींद फिर अगले दिन खुली। सोमवार को जब उसकी नींद खुली तो आरोपी लोकेश ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसे पहले से जानकारी थी कि सोमवार को शोरूम बंद होता है। इसलिए उसने आराम से चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
सुबह 11 बजे गहने समेटना किया शुरू
आरोपी ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि उसने 11 बजे गहनों को समेटना शुरू किया था। इसके बाद उसने स्ट्रॉन्ग रूम की दीवार को काटा और सोमवार शाम 7.30 बजे शोरूम से फरार हुआ। आरोपी ने पुलिस को बताया है कि वह चोरी करने के बाद पड़ोसी की छत से फरार हो गया।