1922 में हुई थी दिल्ली के सबसे पुराने रोशनआरा क्लब की स्थापना
नई दिल्ली।
डीडीए ने शुक्रवार तड़के उत्तरी दिल्ली के शक्ति नगर स्थित रोशनआरा क्लब को सील कर बिल्डिंग को अपने कब्जे में ले लिया। हालांकि, रोशनआरा क्लब के अधिकारियों ने डीडीए अफसरों पर आरोप लगाया कि 6 अक्टूबर तक हाईकोर्ट की रोक के बावजूद सीलिंग की कार्रवाई की गई।
1922 में स्थापित यह क्लब दिल्ली के सबसे पुराने क्लबों में से एक है। क्रिकेट के कई दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी क्लब के क्रिकेट ग्राउंड में मैच खेल चुके हैं। इसमें भारत के पूर्व कप्तान नवाब मंसूरी अली खान पटौदी, खिलाड़ी मोहिंदर अमरनाथ, बिशन सिंह बेदी, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, विराट कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ी क्रिकेट खेल चुके हैं। वर्ष 2020 व 2021 में कोरोना काल में आईपीएल की 4 टीमों के खिलाड़ियों ने क्लब के क्रिकेट ग्राउंड में अभ्यास भी किया था।
भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे डीडीए अधिकारियों को देखकर इलाके में हड़कंप मच गया। अचानक इतनी पुलिस फोर्स को इलाके में देख मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस और डीडीए अधिकारियों ने माइक के जरिए क्लब के अंदर मौजूद लोगों से तुरंत बिल्डिंग खाली कर बाहर आने को कहा और इसके बाद बिल्डिंग को सील कर दिया गया।
क्लब के महासचिव राजन मनचंदा ने बताया कि क्लब की लीज अवधि 90 साल थी। उन्होंने कहा कि हमारे पास दो पट्टे थे, एक 1922 का और दूसरा 1928 का, हर 30 साल में उनका नवीनीकरण होता था। हमारा पहला पट्टा 2012 में समाप्त हो गया, जिसके बाद आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) के साथ हमारा उचित संचार हुआ, जिसमें हमने मंत्रालय से इसकी समय अवधि बढ़ाने का अनुरोध किया। जिसके बाद हमें छह महीने का एक्सटेंशन मिला। एक और पट्टा 2018 में खत्म हो गया, जिसके बाद एमओएचयूए ने हमें एक पत्र भेजा जिसमें बताया गया कि सरकार एक नीति बनाएगी इसलिए हमारे साथ उसके अनुसार व्यवहार किया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2018 से सितंबर 2023 के दौरान कई बार मंत्रालय और डीडीए से बातचीत की लेकिन क्लब की लीज व नीति को लेकर कोई सूचना नहीं मिली। उन्होंने कहा कि सभी पहलुओं को देखते हुए इस मामले को दिल्ली हाईकोर्ट लेकर जाएंगे। जबकि डीडीए की ओर से कहा गया है कि ये कार्रवाई कानून के तहत की गई है।
6 माह पहले क्लब को खाली कराने के भेजा था नोटिस, लिया था स्टे
राजन मनचंदा ने कहा कि क्लब को खाली करने का 6 माह पहले डीडीए ने नोटिस दिया था। इस मामले को दिल्ली हाईकोर्ट लेकर गए थे और हमें नोटिस के खिलाफ स्टे मिल गया था। वहीं, दिल्ली हाईकोर्ट ने मामले को लोअर कोर्ट में ले जाने के लिए कहा था। हम लोअर कोर्ट में पहुंचे, लेकिन वहां पर हमारी एप्लीकेशन खारिज हो गई। लेकिन हमें दिल्ली हाईकोर्ट से 6 अक्टूबर तक स्टे प्राप्त हो रखा था।
कर्मचारियों पर गहराया नौकरी का संकट
राजन मनचंदा ने बताया कि प्रत्येक वर्ष सरकार को क्लब की तरफ से 3 से 4 करोड़ रुपये जीएसटी के तौर पर दिए जाते आए हैं। वहीं, इस क्लब से 500 कर्मचारी जुड़े हैं। इन सभी का वेतन और परिवार का पालन पोषण इसी क्लब पर निर्धारित है। अब उनके सामने अपनी जिंदगी को गुजर बसर करने का बहुत गहरा संकट खड़ा हो गया है। इस क्लब को परिवार कल्चर के तहत एक बेहद खुशनुमा माहौल में चलाया जाता रहा है। इस क्लब के 4500 सदस्य हैं। सभी अब बेहद चिंतित हैं।
कई खेलों के होते हैं वार्षिक तौर पर टूर्नामेंट
राजन मनचंदा ने बताया कि इस क्लब में कई खेलों की सुविधाएं उपलब्ध हैं। कई खिलाड़ी भी क्लब में अभ्यास के लिए आते हैं। साल में कई खेलों के टूर्नामेंट का भी यहां पर आयोजन होता है। इस क्लब में क्रिकेट, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, बिलियर्ड्स, स्वैश, स्विमिंग, टेबल टेनिस और योग की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
वर्ष 1928 में बीसीसीआई का हुआ था क्लब में गठन
राजन मनचंदा ने बताया कि इस क्लब का 100 वर्षों से अधिक का इतिहास रहा है। बोर्ड ऑफ क्रिकेट कंट्रोल ऑफ इंडिया का गठन इसी क्लब में वर्ष 1928 में हुआ था। वर्ष 1931 में क्लब में भारत और इंग्लैंड के बीच गैर अधिकारिक टेस्ट मैच खेला गया था। क्लब में उस समय पहला टेस्ट मैच का आयोजन हुआ था। उन्होंने बताया कि क्लब के क्रिकेट ग्राउंड में 8 अक्टूबर 2023 से 26 जनवरी 2024 तक बीसीसीआई के ही कई रणजी मैच शेड्यूल थे।