नई दिल्ली।
हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में आरपीएफ जवानों ने अपने कर्तव्य के प्रति एक मिसाल पेश की है, आरपीएफ जवान एक यात्री की गायब चप्पल 6 घंटे तक ढूंढ़ते रहे। हालांकि चप्पल नहीं मिल सकीं और यात्री ने भी रिपोर्ट दर्ज कराने से मना कर दिया, लेकिन यह मामला जरूरत चर्चा में रहा है।
ये था मामला
ट्रेन के बी-6 कोच में यात्रा कर रहे बंगाल के उत्तर 24 परगना के गंगापुर निवासी अमित राय नई दिल्ली जा रहे थे। उन्होंने रेलवे कंट्रोल रूम को सूचना दी कि प्रयागराज के बाद उनकी नींद खुली, तब उनकी हवाई चप्पल गायब मिलीं। इस पर ट्रेन की सुरक्षा में तैनात आरपीएफ जवानों के पास मैसेज आया तो आरपीएफ जवान चप्पल ढूंढने में लग गए, लेकिन चप्पल नहीं मिल सकीं। इसके बाद सेंट्रल स्टेशन से सहायक उप निरीक्षक मनोज कुमार गौतम व तीन अन्य कर्मी सुबह पांच बजे प्लेटफार्म संख्या एक पर ट्रेन पर सवार हुए। इटावा में फिर हेल्पलाइन से जानकारी आई कि यात्री से मिलकर समस्या दूर करें। इसके बाद फिर जांच की गई पर चप्पल नहीं मिल सकीं।
6 घंटे ढूंढ़ी चप्पल
प्राप्त जानकारी के अनुसार चप्पल ढूंढ़ने की शुरुआत प्रयागराज स्टेशन से हुई जो कानपुर तक जारी रहीं, फिर सेंट्रल स्टेशन से नई दिल्ली तक चप्पलों तक खोजबीन की गई। इस दौरान करीब 6 घंटे चप्पलों को ढूंढ़ने का कार्य आरपीएफ जवानों और अधिकारियों द्वारा किया गया। इसके बाद यात्री से रिपोर्ट लिखवाने की गुजारिश की गई लेकिन यात्री ने रिपोर्ट लिखवाने से मना कर दिया।