नई दिल्ली।
जी-20 के दौरान अगर आप ट्रेन से यात्रा करने की सोच रहे हैं तो ट्रेन के टाइम का पता करके ही निकलें। तीन दिनों तक दिल्ली छुट्टी पर रहेगी, साथ ही रेलगाड़ियां भी नहीं चलेंगी। कार्यक्रम की तैयारियों और सुरक्षा को ध्यान में रखकर 207 ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है। इसके अलावा 36 ट्रेनें न तो अपने निर्धारित स्टेशन से संचालित होंगी और न ही गंतव्य स्टेशन पर पहुंचेंगी। 15 ट्रेनों के स्टेशन में बदलाव किया गया है।
8 से 10 सितंबर के बीच 400 से अधिक ट्रेनें प्रभावित होंगी। नई दिल्ली से संचालित होने वाली ज्यादातर ट्रेनें आनंद विहार रेलवे स्टेशन और निजामुद्दीन स्टेशन से संचालित होंगी। निरस्त रहने वाली ट्रेनों में ज्यादातर लोकल ट्रेनें शामिल हैं। मुख्य रूप से निरस्त ट्रेनों में सरबत दा भला एक्सप्रेस, श्रीगंगानगर-तिलकब्रिज, सिरसा एक्सप्रेस, रोहतक इंटरसिटी, अमृतसर-नई दिल्ली एक्सप्रेस, नई दिल्ली-जालंधर सिटी, ताज एक्सप्रेस, दिल्ली-पठानकोट, दिल्ली-सहारनपुर, दिल्ली-हरिद्वार, दिल्ली-भटिंडा, कालका-दिल्ली, दिल्ली-कुरुक्षेत्र, कानपुर-आनंद विहार, सराय रोहिल्ला-फरूखनगर, नई दिल्ली-हिसार, पानीपत-अंबाला, दिल्ली-रेवाड़ी, निजामुद्दीन-कुरुक्षेत्र, पलवल-गाजियाबाद, शकुरबस्ती-नई दिल्ली एक्सप्रेस शामिल हैं।
इसके अलावा संपूर्ण क्रांति, बिहार संपर्क क्रांति, स्वतंत्रता सेनानी, गोमती एक्सप्रेस, उत्तरांचल एक्सप्रेस, सहरसा गरीब रथ, देहरादून-ओखा उत्तरांचल एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की जगह दिल्ली के अन्य स्टेशन से संचालित होंगी। शिखर सम्मेलन के दौरान तिलक ब्रिज से ट्रेनों की आवाजाही बाधित रहेगी। इस स्टेशन से संचालित होने वाली ज्यादातर ट्रेनें निरस्त रहेंगी। कई ट्रेनें दिल्ली किशनगंज स्टेशन पर भी नहीं ठहरेंगी। दिल्ली आने-जाने वाली 72 से अधिक ट्रेनों को बादली में ठहराव दिया गया है। 6 ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया है। इनमें मथुरा-गाजियाबाद ईएमयू, हजरत निजामुद्दीन-गाजियाबाद एक्सप्रेस स्पेशल समेत अन्य ट्रेन शामिल हैं, जबकि 36 ट्रेन निर्धारित रेलवे स्टेशन से पहले ही अपनी यात्रा समाप्त करेंगी।