एआईसीटीई ने WEWP कॉन्क्लेव 2023 की मेजबानी के लिए इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वेस्ट मैनेजमेंट के साथ किया सहयोग
WEWP कार्यक्रम का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में अपशिष्ट प्रबंधन के ज्वलंत मुद्दे के समाधान के लिए महिलाओं के प्रबंधन कौशल का उपयोग करना है
नई दिल्ली।
एआईसीटीई चेयरमैन ने बुधवार सुबह 11 बजे नेल्सन मंडेला मार्ग स्थित एआईसीटीई मुख्यालय में एआईसीटीई वाइस चेयरमैन और सदस्य सचिव की उपस्थिति में Women Entrepreneurship in Waste Management Programme(WEWP) कॉन्क्लेव 2023 का उद्घाटन किया।
एआईसीटीई, इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वेस्ट मैनेजमेंट(IIWM) के साथ संयुक्त रूप से, Women Entrepreneurship in Waste Management Programme (अपशिष्ट प्रबंधन में महिला उद्यमिता-WEWP) कॉन्क्लेव 2023 आयोजित कर रहा है। यह कार्यक्रम देश में कचरे का प्रबंधन करने और महिलाओं को सशक्त बनाने के अवसर में परिवर्तित करने की चुनौतियों को मिलाकर विकसित किया गया है।
एआईसीटीई चेयरमैन प्रो. टी.जी. सीताराम ने कहा, “मैं खुश हूं कि मैं ‘महिला उद्यमिता में कचरे का प्रबंधन’ प्रोग्राम का शुभारंभ कर रहा हूं। यह महिलाओं को आत्म-सशक्तीकरण की दिशा में शामिल करने के लिए एक प्रेरणादायक कार्यक्रम है। यह अपशिष्ट प्रबंधन को हल करने में भी मदद करता है, जो हमारे देश विशेषकर शहरी क्षेत्र का एक ज्वलंत मुद्दा है। मैं यह कहना चाहूंगा कि कचरे से धन की ओर जाने का यह विचार बहुत उत्कृष्ट है। 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लिए हमें और भी ऐसे उद्यमिताओं की आवश्यकता है जो कचरे से नौकरियां और धन बना सकते हैं। मैं आशा करता हूँ कि यह कार्यक्रम आने वाले समय में और भी अधिक महिलाओं को उद्यमिता की दिशा में कदम उठाने में मदद करेगा।”
एआईसीटीई के सलाहकार-द्वितीय डॉ. रमेश उन्नीकृष्णन ने कहा, “मैं आज इस ऑनलाइन बैठक में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का विशेष रूप से स्वागत करता हूं। WEWP 2023 के लॉन्च में सभी का स्वागत करना वास्तव में मेरा सौभाग्य है।”
एआईसीटीई के उपाध्यक्ष डॉ. अभय जेरे ने कहा, “मैं एआईसीटीई के साथ हाथ मिलाने के लिए इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वेस्ट मैनेजमेंट को धन्यवाद देता हूं। हम इस पहल को अपने सभी संस्थानों में ले जाएंगे और सही तरीके से कचरा प्रबंधन, सर्कुलर इकोनॉमी के बारे में जागरूकता पैदा करेंगे। दीर्घकालिक प्रभाव के लिए, हमें राष्ट्रीय पाठ्यक्रम प्रारूप पर काम कर रहे एनसीआरडी से संपर्क स्थापित करना चाहिए। ताकि अपशिष्ट प्रबंधन पर दिए जाने वाले प्रोत्साहन को बताया जा सके और हमारे पाठ्यक्रम में सही प्रकार के घटकों को शामिल किया जा सके। जो हमें हमारी स्कूली शिक्षा प्रणाली के भीतर अपशिष्ट प्रबंधन की संपूर्ण अवधारणा को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।”
एआईसीटीई के सदस्य सचिव प्रोफेसर राजीव कुमार ने कहा, “यह एक ऐसा कार्यक्रम है जहां हम कचरे का प्रबंधन कर रहे हैं और कचरे से धन पैदा कर रहे हैं। यह कार्यक्रम विशेष रूप से महिलाओं के लिए है और हम सभी जानते हैं कि महिलाएं प्रकृति के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं। मैं संगठन को इस उद्देश्य के लिए महिलाओं का चयन करने के लिए बधाई देता हूं और मुझे यकीन है कि इस कार्यक्रम में महिलाओं के सहयोग से कुछ अच्छे काम होंगे और आने वाले समय में परिणाम देखने को मिलेंगे।”
आईआईडब्ल्यूएम के कार्यकारी निदेशक सुश्री पी. बिनीशा ने कहा, “अपशिष्ट प्रबंधन एक उभरता हुआ क्षेत्र है जो उद्यमियों के लिए बड़ी संभावनाएं रखता है। यह सेक्टर भारत में 7.9% सीएजीआर से बढ़ रहा है। महिला इस उभरते क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दे सकती है। महिलाओं में आंतरिक रूप से अच्छी प्रबंधन क्षमताएं होती हैं और इस कार्यक्रम के साथ हमारा लक्ष्य उन्हें उनकी उद्यमशीलता के लिए तैयार करने में मदद करना है।
इस अवसर पर गणमान्य व्यक्तियों में एआईसीटीई के चेयरमैन प्रोफेसर टी.जी. सीताराम, एआईसीटीई वाइस चेयरमैन डॉ. अभय जेरे, एआईसीटीई सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार, एआईसीटीई के सलाहकार-द्वितीय डॉ. रमेश उन्नीकृष्णन,
विज्ञान भारती के सचिव श्री प्रवीण रामदास, आईआईडब्ल्यूएम की कार्यकारी निदेशक सुश्री पी. बिनीशा तथा एआईसीटीई के अफसर व सहायक स्टॉफ उपस्थित रहे।
कृपया अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में महिला उद्यमियों के लिए पंजीकरण के संबंध में https://forms.gle/Z7GJcTwAHud6DK5f6 के लिए Google फॉर्म देखें।