नई दिल्ली।
डीएमआरसी को दिल्ली की जनता ने सोमवार को बड़ा सरप्राइज दिया। कोई खास मौका नहीं होने के बावजूद भी 28 अगस्त को दिल्ली मेट्रो में 68.16 लाख पैसेंजर जर्नी काउंट की गई। जो न केवल कोविड काल के बाद की, बल्कि उसके पहले के दौर के मुकाबले भी अभी तक की सबसे बड़ी पैसेंजर जर्नी है। पैसेंजर जर्नी से मतलब है कि मेट्रो में सफर करने वाले लोगों ने कुल कितनी यात्राएं कीं। मसलन, एक यात्री अगर मेट्रो में तीन लाइनों पर ट्रेन बदलते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचता है, तो डीएमआरसी उसे एक नहीं, बल्कि तीन राइड या पैसेंजर जर्नी के रूप में काउंट करती है। इसी आधार पर डीएमआरसी अब राइडरशिप के बजाय पैसेंजर जर्नी काउंट करती है, ताकि यह पता चल सके कि वास्तव में यात्रियों ने दिनभर में मेट्रो की अलग-अलग लाइनों का कितना इस्तेमाल किया।
फरवरी 2020 के बाद सबसे ज्यादा पैसेंजर ने किया सफर
मेट्रो में इससे पहले सर्वाधिक पैसेंजर जर्नी 10 फरवरी 2020 को काउंट की गई थी। उस दिन मेट्रो में 66,18,717 यात्रा दर्ज की गई थीं। यह कोविड महामारी के ठीक पहले का वह समय था, जब फेज-3 की लाइनों पर परिचालन शुरू होने के बाद मेट्रो में यात्रियों की तादाद में लगातार इजाफा हो रहा था। इसके बाद कोविड काल में पहले मेट्रो सेवा ठप हुई, फिर पाबंदियों के साथ चली। सामान्य तौर पर परिचालन शुरू होने के बाद से ही डीएमआरसी लगातार मेट्रो में यात्रियों की तादाद को बढ़ाने के लिए कई कदम उठा रही थी। इसके तहत टिकटिंग सिस्टम बदला गया, डिजिटल पेमेंट के नए-नए माध्यमों का इस्तेमाल भी शुरू किया गया, ताकि मेट्रो में सफर करते वक्त लोगों को आसानी रहे। आखिरकार एक-डेढ़ साल की कड़ी मशक्कत के बाद सोमवार का दिन डीएमआरसी के लिए नया रिकॉर्ड लेकर आया।
इस मौके पर डीएमआरसी के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने कहा कि काफी चुनौतियों के बाद सोमवार को यह उपलब्धि दिल्ली मेट्रो को हासिल हुई है, जो अपने आप में एक मील का पत्थर है। इस उपलब्धि को उन्होंने डीएमआरसी के कर्मचारियों की कोशिशों, दिल्ली एनसीआर के लोगों के समर्थन, सुरक्षित और अच्छी परिवहन सेवाएं देने की डीएमआरसी की प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया।