
नई दिल्ली।
देश की अर्थव्यवस्था में रेलवे अपना बड़ा अहम रोल अदा करता है। भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क हैं, ऐसे में यह भारत की अर्थव्यवस्था में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है। ट्रेन से रोजाना बड़ी तादाद में लोग सफर करते हैं। यह एक आरामदायक होने के साथ ही कम खर्चिला और समय बचाने वाला माध्यम है। कई बार रेलवे स्टेशनों पर एक्सप्रेस गाड़ियों को रास्ता देने के लिए दूसरी ट्रेनों को रोक दिया जाता है, लेकिन भारतीय रेल के नेटवर्क में मौजूद एक ऐसी ट्रेन भी है, जिसे पहले निकालने के लिए राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों को भी रोक दिया जाता है।
प्रीमियम ट्रेनें
इंडियन रेलवे और ट्रेनों में बदलते दौर के मुताबिक बहुत बदलाव हुए हैं। समय के साथ ही पैसेंजर्स को ट्रेनों में दी जाने वाली मूलभूत सुविधाओं में भी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। ट्रैकों को दुरुस्त कर विभाग ने ट्रेनों की गति में भी बढ़ोतरी की है, ताकि एक से दूसरी जगह जाने में लगने वाले समय में भी काफी कमी आ रही है। इसके लिए रेलवे की ओर से बहुत सी प्रीमियम ट्रेनें चलाई जा रही हैं। हाल ही में शुरू की गई वंदे भारत एक्सप्रेस, देश की सबसे ज्यादा रफ्तार से दौड़ने वाली ट्रेन है। इसके अलावा स्पीड से भागने वाले गाड़ियों में गतिमान एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस, दूरंतो और शताब्दी एक्सप्रेस समेत कई अन्य सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं। जब ये गाड़ियां प्लेटफॉर्म पर लगनी होती हैं, तो सभी सामान्य गति वाली गाड़ियों को रोक दिया जाता है।
एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल इक्विपमेंट ट्रेन
वहीं एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल इक्विपमेंट भारतीय रेलवे की एक ऐसी ट्रेन है, जिसे रास्ता देने के लिए पैसेंजर और सुपरफास्ट गाड़ियां सभी को रोक दिया जाता है। इस ट्रेन का संचालन रेल हादसों के समय किया जाता है। एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल इक्विपमेंट के माध्यम से घटनास्थलों पर तुरंत सहायता पहुंचाई जाती है।