पीड़ित को मिली पुलिस का नोटिस
लगाई गुहार, ‘मेरी जान की सुरक्षा सुनिश्चित हो’
प्रतिशोध की भावना से मेरे खिलाफ हो रही कार्रवाई
नई दिल्ली।
दिल्ली के प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया में शनिवार को पीड़ित ने एक बार फिर प्रेस वार्ता कर लोगों को अपने ऊपर हुए उत्पीड़न से अवगत कराया। जयपुर जिले के जमवारामगढ़ इलाके के एक दलित ने आरोप लगाया है कि पहले उसका अपहरण कर उसे पीटा गया इसके बाद डिप्टी एसपी शिवकुमार भारद्वाज ने उसके ऊपर पेशाब किया।
पूरे प्रकरण के प्रकाश में आने के बाद स्थानीय पुलिस ने पीड़ित को थाने बुलाने के लिए नोटिस भेजा है। नोटिस में लिखा गया है कि पीड़ित को 12 तारीख़ को 12:30 बजे अपराह्न में स्थानीय थाने में उपस्थित होकर पूरे मामले से अवगत कराना होगा।
पीड़ित ने बताया कि पुलिस की तरफ से उसे इस नोटिस के बाबत एक वाट्सऐप मैसेज में 11 अगस्त शाम 5 बजे थाना आने के लिए कहा गया था। हैरानी की बात ये है कि वो मैसेज पीड़ित को उसी दिन शाम 5:36 बजे भेजा गया।
पीड़ित ने बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि जमवारामगढ़ के कांग्रेस विधायक गोपाल मीणा ने उनसे जूते चटवाए। पीड़ित व्यक्ति ने विधायक और पुलिस अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। लेकिन अब पीड़ित को जान से मारने की धमकियाँ मिलने लगी हैं। पीड़ित ने सभी आरोपी बहुत ताक़तवर लोग हैं। मसलन, प्रतिशोध की भावना से मेरे ख़िलाफ़ कार्रवाई हो रही है।
10 अगस्त को दिल्ली में हुई प्रेस वार्ता के बाद इस पूरे प्रकरण के दौरान पीड़ित की तबियत बिगड़ गयी और उसे जयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। डॉक्टर के मुताबिक़ उन्हें रक्तचाप की शिकायत के बाद उपचार किया गया है।
पीड़ित ने बताया है कि उसने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। पुलिस के बड़े अधिकारियों से गुहार लगाने के बाद भी मामला केस दर्ज नहीं किया गया। जिसके बाद उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। 27 जुलाई को कोर्ट के माध्यम से जमवा रामगढ़ थाने में केस दर्ज करवाया गया।
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने कांग्रेस विधायक और डिप्टी एसपी समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पीड़ित व्यक्ति का कहना है कि वह डर की वजह से अबतक चुप रहा। गुरुवार को उसने दिल्ली में मीडिया के सामने अपनी बात रखी।