नई दिल्ली।
जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12956) में सोमवार (31 जुलाई) सुबह रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF)के एक कॉन्स्टेबल ने अपनी ऑटोमैटिक राइफल से साथी असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) को गोली मार दी। इसके बाद वह दूसरे डिब्बे में गया और 3 पैसेंजर्स को भी शूट कर दिया। घटना के वक्त ट्रेन गुजरात से महाराष्ट्र जा रही थी। फायरिंग पालघर रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के कोच बी-5 में हुई। जवान को उसकी राइफल के साथ अरेस्ट कर लिया गया है। हालांकि उसने चार लोगों की हत्या क्यों की? इसका अभी खुलासा नहीं हो सका है।
आरपीएफ ने ये कहा
आरपीएफ कमिश्नर रवींद्र शिशवे ने कहा कि चार शव अलग-अलग कोच से मिले। दो बॉडी बी 5, एक पैंट्री कार और एक बी 1 कोच से मिलीं। इस पर अभी जांच के बाद ही नतीजे पर पहुंचा जा सकता है। उससे पहले कुछ कहना ठीक नहीं।
एस्कॉर्ट ड्यूटी पर थे ASI और कॉन्स्टेबल
RPF के मुताबिक घटना सुबह लगभग 5 बजकर 23 मिनट पर हुई। आरोपी कॉन्स्टेबल चेतन कुमार चौधरी और ASI टीका राम मीणा एस्कॉर्ट ड्यूटी पर थे। चेतन ने टीका राम पर फायरिंग के बाद 3 और यात्रियों को गोली मारी। इसके बाद वो दहिसर स्टेशन के पास चैन खींच ट्रेन से उतर कर भाग गया था। बाद में उसे हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया और पूछताछ के लिए बोरीवली पुलिस स्टेशन ले जाया गया है। पूछताछ के बाद फायरिंग की वजह का पता चल सकेगा। फिलहाल जांच जारी है।
6 महीने बाद रिटायर होने वाले थे मारे गए ASI
आरोपी शख्स उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले का रहने वाला है। वहीं मारे गए ASI राजस्थान के सवाई माधोपुर के हैं। वे 6 महीने बाद रिटायर होने वाले थे। उनके परिजन के लिए 25 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की गई है। परिजन को रेलवे सुरक्षा कल्याण निधि से भी 15 लाख रुपए दिए जाएंगे। पश्चिमी रेलवे के प्रवक्ता सुमित ठाकुर ने बताया कि परिजन को डेथ-कम-रिटायरमेंट ग्रैचुइटी और ग्रुप इंश्योरेंस की रकम भी दी जाएगी। इनके अलावा मारे गए 3 अन्य यात्रियों को भी मुआवजा दिया जाएगा।
सूरत से ट्रेन को एस्कॉर्ट कर रही थी RPF टीम
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन जयपुर से दिन में 2 बजे निकली थी। सोमवार रात 2 बजकर 47 मिनट पर ट्रेन सूरत पहुंची। यहां से आरोपी समेत RPF के 4 जवान ट्रेन को एस्कॉर्ट कर रहे थे। मृतक ASI ट्रेन में एस्कॉर्ट ड्यूटी के इंचार्ज थे। आरोपी जवान RPF की लोअर परेल पोस्ट में अटैच थे, वहीं मृतक ASI दादर RPF पोस्ट से अटैच थे।