सड़क सुरक्षा एक साझा जिम्मेदारी, हितधारकों के लिए सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में योगदान देना है महत्वपूर्ण : राजीव प्रताप रूडी, संसद सदस्य
पांच स्तंभ दृष्टिकोण का पालन करने की जरूरत- सड़क सुरक्षा प्रबंधन, सुरक्षित वाहन, सुरक्षित सड़क उपयोगकर्ता, दुर्घटना के बाद प्रतिक्रिया और सुरक्षित ड्राइविंग वातावरण: भारत में सड़क सुरक्षा पर फिक्की-ईवाई रिपोर्ट
नई दिल्ली।
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) ने ओडिशा सरकार के सहयोग से “सड़क सुरक्षा में कॉर्पोरेट्स की भूमिका” पर एक सम्मेलन का आयोजन किया। 18 जुलाई 2023 को आयोजित सम्मेलन ने पूरे भारत में सड़क सुरक्षा इनोवेशन और रणनीतियों के बारे में सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए विचारकों, उद्योग विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और कॉर्पोरेट्स को एक मंच प्रदान किया।
फिक्की ने कॉर्पोरेट जगत द्वारा सड़क सुरक्षा मे उत्कृष्ट कार्य के लिए “Road Safety अवार्ड प्रदान किए। इसके अलावा FICCI ने EY के सहयोग से निर्मित ” Road Safety in India – Navigating through Nuances ” नामक रिपोर्ट भी रिलीज की। सड़क सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देने और कॉर्पोरेट भागीदारी को प्रोत्साहित करने के विषय के तहत, फिक्की ने सम्मेलन में प्रतिनिधियों का स्वागत किया, जिसमें ओडिशा सरकार की परिवहन, जल और वाणिज्य मंत्री तुकुनी साहू उपस्थित रहीं।
ओडिशा सरकार की परिवहन, जल संसाधन और वाणिज्य मंत्री तुकुनी साहू ने कहा , ” सड़क सुरक्षा सरकार के लिए एक उच्च प्राथमिकता वाला क्षेत्र है। हमने अपनी सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए चार स्तरीय रणनीति अपनाई है , जिसमें प्रवर्तन, शिक्षा, सड़क इंजीनियरिंग में सुधार और आपातकालीन देखभाल शामिल है।”
सड़क सुरक्षा में कॉरपोरेट्स की भूमिका पर फिक्की सम्मेलन को संबोधित करते हुए साहू ने सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ओडिशा सरकार द्वारा की गई पहल पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने इस क्षेत्र में पर्याप्त प्रगति हासिल करने के लिए कॉरपोरेट्स और सरकार के बीच सहयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा , “हम एक स्वचालित ड्राइविंग केंद्र पर काम कर रहे हैं। इस अवसर पर मैं फिक्की अध्यक्ष और हमारे सम्मानित अतिथियों का हार्दिक स्वागत करती हूं, क्योंकि हम सड़क पर मानव जीवन की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए हाथ मिलाते हैं। सीटबेल्ट और हेलमेट जरूरी है, अत्यधिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए न केवल राजमार्गों पर बल्कि सभी सड़कों पर भी इसका उपयोग किया जाना चाहिए ।”
सम्मेलन में फिक्की फोरम ऑफ पार्लियामेंटेरियन्स के अध्यक्ष और संसद सदस्य राजीव प्रताप रूडी ने सार्वजनिक नीति में अपने व्यापक अनुभव के आधार पर सड़क सुरक्षा पर मूल्यवान अंतर्दृष्टि साझा की और सुरक्षित सड़क नेटवर्क के निर्माण में सामूहिक प्रयासों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “सड़क सुरक्षा एक साझा जिम्मेदारी है और कॉरपोरेट्स, नीति निर्माताओं और नागरिकों को एक साथ आना चाहिए और सड़क दुर्घटनाओं और मौतों को कम करने का प्रयास करना चाहिए। सहयोगात्मक रूप से काम करके, हम सभी सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण बना सकते हैं।”
फिक्की के अध्यक्ष और इंडियन मेटल्स एंड फेरो अलॉयज (आईएमएफए) के प्रबंध निदेशक शुभ्रकांत पांडा ने कहा, “सड़कें किसी भी देश के बुनियादी ढांचे के गतिशील विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू हैं। लगभग 63 लाख किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य राजमार्गों और अन्य सड़कों के साथ, भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क है। मानवीय व्यवहार और अपर्याप्त प्रवर्तन सड़क दुर्घटनाओं के दो प्रमुख कारण बने हुए हैं जो न केवल परिवार को, बल्कि अर्थव्यवस्था और देश को भी प्रतिकूल प्रभावित करते हैं।”
ओडिशा सरकार की प्रधान सचिव उषा पाधी ने इस आयोजन के लिए अपनी सराहना व्यक्त की और सड़क सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “फिक्की ने इस सम्मेलन का आयोजन करके एक उत्कृष्ट मंच प्रदान किया है । सड़क सुरक्षा पर चर्चा करने और सड़क सुरक्षा पहल को बढ़ाने के लिए कॉरपोरेट्स का सहयोग आवश्यक है । ओडिशा सरकार सुरक्षित सड़क नेटवर्क बनाने के लिए समर्पित है और इस महत्वपूर्ण मुद्दे को संयुक्त रूप से संबोधित करने के लिए कॉरपोरेट्स के साथ साझेदारी का स्वागत करती है।”
ओडिशा सरकार के परिवहन आयुक्त अमिताभ ठाकुर ने सड़क सुरक्षा पर सरकार के फोकस को दोहराया और इस उद्देश्य को बढ़ावा देने में फिक्की के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, “सड़क सुरक्षा में कॉरपोरेट्स की भूमिका पर फिक्की के सम्मेलन ने हितधारकों को एक साथ आने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने का एक मूल्यवान अवसर प्रदान किया है। हम कॉरपोरेट्स को सड़क सुरक्षा पहल में सक्रिय रूप से शामिल होने और नवीनतम समाधानों को लागू करने के लिए सरकार के साथ आने का आह्वान करते है। “
फिक्की सड़क सुरक्षा उप समिति के चेयरमैन और टाटा ग्रीन बैटरीज के सीईओ रमा शंकर पांडे ने कहा, “फिक्की के स्तर पर कॉरपोरेट्स की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। डब्ल्यूएचओ के रिकॉर्ड कहते हैं कि कामकाजी आबादी में से 4 में से 1 सड़क दुर्घटना की चपेट में आ जाता है। ओडिशा सरकार के सहयोग से फिक्की द्वारा आयोजित ‘सड़क सुरक्षा में कॉर्पोरेट्स की भूमिका 2023’ पर सम्मेलन ने सड़क सुरक्षा प्रथाओं, इनोवेशन पर चर्चा और विचार-विमर्श करने के लिए एक असाधारण मंच प्रदान किया। “
FICCI – EY रिपोर्ट ” Road Safety in India – Navigating through Nuances ” नामक रिपोर्ट भी रिलीज की गई। इस रिर्पोट विमोचन के अवसर पर, ईवाई के पार्टनर विवेक ओगरा ने कहा, “सड़क सुरक्षा एक जटिल, बहुआयामी समस्या है । इसके लिए सभी हितधारकों, जिसमें सरकार, गैर सरकारी संगठन, उद्योग और नागरिक सभी को एक साथ काम करने की जरूरत है। सटीक डेटा सड़क सुरक्षा के मुद्दे को हल करने के लिए गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। सड़क सुरक्षा के मुद्दे को एक महामारी की तरह माना जाना चाहिए, जिसमें प्रत्येक नागरिक को एक सजग रोड यूजर या एक अच्छे व्यक्ति की भूमिका के तहत शामिल होना चाहिए। “
सम्मेलन ने विचारकों, उद्योग विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और कॉरपोरेट्स सहित उपस्थित लोगों के बीच प्रेरक चर्चा, ज्ञान साझाकरण और सहयोग की सुविधा प्रदान की। सड़क सुरक्षा इनोवेशंस और रणनीतियों पर विचारों के आदान-प्रदान ने देश भर में मजबूत और प्रभावी सड़क सुरक्षा उपायों के विकास की नींव रखी गई। कार्यक्रम के दौरान, फिक्की ने इस क्षेत्र में अनुकरणीय कॉर्पोरेट पहलों को मान्यता देने के लिए प्रतिष्ठित फिक्की सड़क सुरक्षा पुरस्कार प्रदान किए।